Indo-China Border : ITBP ने 39 ऊँचाई वाले स्थलों पर डाला डेरा
LAC पार भी चीन की गतिविधियों पर रहेगी नजर
(धर्म नगरी / डीएन न्यूज) वाट्सएप- 6261868110
भारत-चीन के बीच "वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर 39 स्थानों पर इंडो-तिब्बतन बॉर्डर पुलिस (ITBP) के जवानों ने रणनीतिक रूप से अपने अधिकार में ले रखा है। बीते 29-30 अगस्त को भारतीय सेना #IndianArmy को जिस मिशन को पूरा करने 120 मिनट दिया गया था, उसको 90 मिनट में ही पूरा कर लिया। इससे विस्तारवादी चीन की सरकार, उसकी पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) दोनों की चाल असफल हो गई। बीजिंग को आश्चर्य हुआ और केवल निराशा हाथ लगी।
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ब्लैक टॉप : भारतीय जवानों ने चीन के से छीन लिया
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http://www.dharmnagari.com/2020/09/blog-post_1.html
---- भारतीय सेना के अनुसार, PLA के लगभग 500 सैनिकों ने 29-30 अगस्त की रात काला टॉप और हेमलेट टॉप इलाकों पर यथास्थिति बदलने की कोशिश की, लेकिन उनको उस समय निराशा हुई, जब PLA के हिल पर चढ़ने से पहले भारतीय सैनिकों हिल को अपने नियंत्रण में ले लिए। ये क्षण भारतीय सेना के शौर्य-साहस का अद्भुत रहा।
सब-सेक्टर नॉर्थ से साउथ तक तैनाती-
5000 ITBP के जवानों को लद्दाख और चीन सीमा से सटे सब-सेक्टर नॉर्थ से लेकर सब-सेक्टर साउथ तक उससे जुड़े इलाकों में तैनात किया गया है। उल्लेखनीय है, जब चीन ने सीमा पर मौजूदा स्थिति को बिगाड़ने का प्रयास किया, तो उसे नाकाम करने में ITBP के जवान भी शामिल थे।
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भारत का चीन पर सबसे बड़ा "डिजिटल सर्जिकल स्ट्राइक"
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http://www.dharmnagari.com/2020/09/India-Ban-118-Chinese-Apps.html
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भारत और चीन के बीच बढ़ते तनाव के बीच ‘लाइन ऑफ एक्चुअल कण्ट्रोल’ (LAC) पर जवानों की तैनाती बढ़ा दी गई है। भारतीय सेना के जवानों के साथ ITBP के जवानों को भी मोर्चे पर लगाया गया है।अनेक रणनीतिक ऊँचाई वाली जगहों पर ITBP के जवानों ने डेरा जमा लिया है, जहाँ से चीन के सैनिकों की गतिविधियों और LAC के पार पर सीधे दृष्टि रखी जा सकती है।
सब-सेक्टर नॉर्थ से लेकर सब-सेक्टर साउथ तक 5000 ITBP के जवानों को लद्दाख और चीन सीमा से सटे उससे जुड़े इलाकों में तैनात किया गया है। पांगोंग त्सो के दक्षिण में ऊँचाई वाली जगहों पर भारतीय सेना उपस्थित है, जिससे चीन के हर षड़यंत्र को असफल किया जा सकता है।
ITBP के 30 जवानों ने रणनीतिक महत्व वाले पूर्वी लद्दाख में ब्लैक टॉप एरिया पर डेरा जमाया है, जहाँ से चीन की गतिविधि पर सीधे नज़र रखी जा सकती है। फुरचुक ला पास से गुजरते हुए ITBP के जवानों ने उन रणनीतिक स्थलों पर डेरा जमाया है, जहाँ पहले सशस्त्र बलों की कोई उपस्थिति नहीं थी। फिंगर 2 और फिंगर 3 के पास पांगोंग के उत्तर में धन सिंह पोस्ट सहित कई जगहों पर ITBP के लोग मौजूद हैं।
ये सारे स्थल इतनी ऊँचाई पर है, जहाँ से LAC पर चीन की PLA द्वारा की जाने वाली गड़बड़ियों को तुरंत भाँपते हुए त्वरित कार्रवाई की जा सकती है। पूर्वी लद्दाख के पांगोंग त्सो क्षेत्र में ITBP के जवाब चीन को अपनी ताकत दिखा चुके हैं। सुरक्षा एजेंसी के मुखिया एसएस देसवाल 6 दिनों के लिए LAC के दौरे पर थे, जहाँ उन्होंने जवानों की तैयारी को देखा और दौलतबेग से लेकर दक्षिणी लद्दाख तक निरिक्षण किया।
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(धर्म नगरी / डीएन न्यूज) वाट्सएप- 6261868110
भारत-चीन के बीच "वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर 39 स्थानों पर इंडो-तिब्बतन बॉर्डर पुलिस (ITBP) के जवानों ने रणनीतिक रूप से अपने अधिकार में ले रखा है। बीते 29-30 अगस्त को भारतीय सेना #IndianArmy को जिस मिशन को पूरा करने 120 मिनट दिया गया था, उसको 90 मिनट में ही पूरा कर लिया। इससे विस्तारवादी चीन की सरकार, उसकी पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) दोनों की चाल असफल हो गई। बीजिंग को आश्चर्य हुआ और केवल निराशा हाथ लगी।
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सब-सेक्टर नॉर्थ से साउथ तक तैनाती-
5000 ITBP के जवानों को लद्दाख और चीन सीमा से सटे सब-सेक्टर नॉर्थ से लेकर सब-सेक्टर साउथ तक उससे जुड़े इलाकों में तैनात किया गया है। उल्लेखनीय है, जब चीन ने सीमा पर मौजूदा स्थिति को बिगाड़ने का प्रयास किया, तो उसे नाकाम करने में ITBP के जवान भी शामिल थे।
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सब-सेक्टर नॉर्थ से लेकर सब-सेक्टर साउथ तक 5000 ITBP के जवानों को लद्दाख और चीन सीमा से सटे उससे जुड़े इलाकों में तैनात किया गया है। पांगोंग त्सो के दक्षिण में ऊँचाई वाली जगहों पर भारतीय सेना उपस्थित है, जिससे चीन के हर षड़यंत्र को असफल किया जा सकता है।
ITBP के 30 जवानों ने रणनीतिक महत्व वाले पूर्वी लद्दाख में ब्लैक टॉप एरिया पर डेरा जमाया है, जहाँ से चीन की गतिविधि पर सीधे नज़र रखी जा सकती है। फुरचुक ला पास से गुजरते हुए ITBP के जवानों ने उन रणनीतिक स्थलों पर डेरा जमाया है, जहाँ पहले सशस्त्र बलों की कोई उपस्थिति नहीं थी। फिंगर 2 और फिंगर 3 के पास पांगोंग के उत्तर में धन सिंह पोस्ट सहित कई जगहों पर ITBP के लोग मौजूद हैं।
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