10 साल हमारे टैक्स पर दुनिया घूमें, हमारे देश के कारण सम्मान मिला, बदले में क्या दिया ?
आज के चुनिंदा पोस्ट्स, ट्वीट्स, वीडियो, कमेंट्स, वायरल...20220128
- 100 करोड़ की आचार्य रामनुजाचार्य की प्रतिमा, दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी
- जिसने भारत को ब्लैकलिस्ट कराना चाहा, उसके अतिथि बनने पहुंच गए अंसारी
- #UPElection : प्रशासन की ऐसी की तैसी, मैं तो 16 बार जेल गया हूँ
- चुनाव से जुड़ी कविता...
- इजराइल के प्रधानमंत्री की स्टूडेंट्स से अपील-
- सावधान ! अपने बच्चे को न दें खाने के लिए सुवर की चर्बी
- नरेंद्र मोदी कौन हैं ? “न्यू यार्क टाइम्स” मुख्य सम्पादक जोसफ होप
- Pranab Mukherjee disclosed how Sonia Gandhi
हैदराबाद में स्थापित आचार्य रामानुजाचार्य की प्रतिमा
आचार्य रामनुजाचार्य की सबसे बड़ी प्रतिमा (statue) 100 करोड़ में निर्मित हुई है, जिसे हैदराबाद में स्थापित किया गया / जा रहा है। प्रतिमा स्थापित करने के पूरे प्रोजेक्ट पर लगभग 1400 करोड़ रु व्यय हुआ है। आचार्य रामानुजाचार्य की यह प्रतिमा दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी बैठी हुई प्रतिमा है, जिसे बनाने में 9 महीने का समय लग गया।आचार्य रामनुजाचार्य की विशालकाय प्रतिमा का लोकार्पण देश के पीएम नरेंद्र मोदी इसी साल फरवरी में करेंगे। इस प्रतिमा के साथ 108 मंदिर का निर्माण किया गया है, इसके साथ आचार्य रामनुजाचार्य की एक छोटी प्रतिमा भी बनाई गई है जिसमे 120 किलो सोने का प्रयोग किया गया है। जहाँ प्रतिमा स्थापित की गई है, उस जगह को स्टैच्यू ऑफ इक्वालिटी (Statue Of Equality) नाम दिया गया है। इस प्रोजेक्ट को पूरा करने में 1400 करोड़ रुपए खर्च हुए हैं।
शास्त्रानुसार बनी है "स्टैच्यू ऑफ इक्वालिटी"
स्टैच्यू ऑफ इक्वालिटी को बनाने में 18 महीने का समय लगा है, इसके लिए मूर्तिकारों ने कई डिज़ाइन तैयार किए और उनकी स्कैनिंग करने के बाद सबसे बेस्ट मूर्ति को विशाल रूप दिया गया। इस प्रतिमा की ऊंचाई 108 फ़ीट है, जबकि प्रतिमा में लगे त्रिदण्डम की उंचाई 138 फ़ीट है। टोटल प्रतिमा की हाइट 216 फ़ीट है। आचार्य रामानुजाचार्य की प्रतिमा में 5 कमल पंखुडिया, 27 पद्म पीठम, 36 हाथी, और प्रतिमा तक पहुंचने के लिए 108 सीढिया बनाई गई हैं।
स्टैच्यू ऑफ इक्वालिटी को बनाने में 18 महीने का समय लगा है, इसके लिए मूर्तिकारों ने कई डिज़ाइन तैयार किए और उनकी स्कैनिंग करने के बाद सबसे बेस्ट मूर्ति को विशाल रूप दिया गया। इस प्रतिमा की ऊंचाई 108 फ़ीट है, जबकि प्रतिमा में लगे त्रिदण्डम की उंचाई 138 फ़ीट है। टोटल प्रतिमा की हाइट 216 फ़ीट है। आचार्य रामानुजाचार्य की प्रतिमा में 5 कमल पंखुडिया, 27 पद्म पीठम, 36 हाथी, और प्रतिमा तक पहुंचने के लिए 108 सीढिया बनाई गई हैं।
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70 साल में दूसरी बार तिरंगा लहराया, जहाँ लहराते थे...
ये वहीं लाल चौक है जहा पर पाकिस्तान का झंड़ा लहराता था। बीते 70 साल में दूसरी बार 26 जनवरी 2022 को तिरंगा लहराया। साथ में ये हुआ... देखें- आपके सही वोट ने क्या कर दिखायाचुनाव आया, असहिष्णु गैंग सक्रिय-
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Pranab Mukherjee has mentioned this incident in his book ‘The Coalition Years 1996-2012’. He wrote that “I was very angry with this arrest and in the Cabinet meeting I raised this issue too. I asked the question, Is the scale of secularism in the country limited to Hindu saints only ? Can a state police show the courage to arrest a Muslim cleric on the occasion of Eid ?’’.
The book by former President Pranab Mukherjee has raised a major question ahead of the country. The question is who was behind the arrest of the Shankaracharya Jayendra Saraswati of Kanchi Kamakoti Peetha and the unscrupulous accusations made against him? Till now, it has been widely believed that Jayalalitha had made the chief minister’s chair at the behest of Shashikala at the time when the plot of Kanchi Peetha’s Shankaracharya was found in a false case and arrested. At that time, after all this incident, there was a dispute about a land deal, but now it is clear after Mukherjee’s disclosure that the arrest was done not only on Jayalalitha’s wish but also on Sonia Gandhi’s gesture. Actually, that was the time when there prevailed close relations between Sonia and Jayalalitha.
Between 2004 and 2014, Sonia Gandhi was handling the top power for ten years, since then she had started crushing the religious-cultural beliefs of the Hindus. Shankaracharya’s arrest was done only to humiliate the great saint of India’s Hindu society. It is clear that the task of mocking the media by arresting such a great saint of Hinduism was a part of the Christian conspiracy.
Apart from this, it has also been believed that it was Vatican’s conspiracy to arrest him so that they can have an easy task of spreading Christianity in south India.
At the time when the entire Hindu society could be in the target of massive conversion from Meenakshipuram, the Kanchi Math built a temple and sent a message to the Dalit community and said that if the devotees cannot reach the temple then the temple will reach them.
The amount of efforts Kanchi math has put towards building social equality, no other Hindu institution has done it. This was the reason that it was knocking down the illegal attempts of Christian missionaries. He was arrested from Andhra Pradesh, where the Congress government was ruling. After the arrest, he was kept in the Vellore jail in Tamil Nadu, also he was tortured there...
देश के उप-राष्ट्रपति रहकर पूरी दुनिया में बीबी संग घूमने, वेतन सहित तमाम सुख-सुविधा हम हिन्दुओं के टैक्स के पैसे से ले चुके और ले रहे हामिद अंसारी ने फिर से एकबार मुँह खोला देश को झूठा बदनाम करने, हिन्दुओं को कट्टर बताने, जो वास्तव में अधिकांश मुस्लिम हैं, हिन्दू नहीं। कहते हैं, झूठ बहुत दिन तक नहीं टिकता, उसकी असलियत, उसकी वास्तविक औकात सामने आ ही जाता है, झूठ का नकाब एक दिन गिर ही जाता है... वही अब हामिद अंसारी के साथ हो रहा हैं... यद्यपि, पूर्व राष्ट्रपति के इस झूठ पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कुछ न बोलना बहुसंख्यक हिन्दुओं को आश्चर्य लग रहा हैं, जिन्होंने भोपाल की सांसद प्रज्ञा ठाकुर के (गोडसे पर) वास्तविक/राष्ट्रवादी बयान पर साध्वी को "मन से माफ़ न करने" का बयान दिया, देश के लाखों गौवंश सेवकों को लेकर भी सार्वजनिक बयान देने में नहीं चूके।
They may not know:
IAMC paid money to get India black-list by the US is linked with Jamaat-e-Islami (JeI) &
Linked with the fraud in name of Covid crisis
A thread: -@DisinfoLab
सुनें, कितना आधारहीन और झूठा बयान हामिद अंसारी ने दिया-
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"...ऐसा बयान देने वाले ये वो लोग हैं, जो देश के सर्वोच्च पद पर रह चुके हैं... 9% इस देश में अल्पसंख्यक थे, जो अब 22% हो चुके हैं... किसी को कोई ज्ञान देने की जरूरत नहीं हैं... ऐसे लोग isolate होते जा रहा हैं..." -मुख़्तार अंसारी, भाजपा नेता
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Former VP Ansari & Actor Swara Bhaskar participating in an event by IAMC to ‘save pluralism’ on #RepublicDayThey may not know:
IAMC paid money to get India black-list by the US is linked with Jamaat-e-Islami (JeI) &
Linked with the fraud in name of Covid crisis
A thread: -@DisinfoLab
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अंसारी का 'डर' भारत के ख़िलाफ़ ज़हर ?
News18 India के एंकर के प्रश्न का उत्तर न दे सके...
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#HamidAnsariExposed
One of india's bashing brigade He openly criticise Indian democracy, who see everywhere cultural nationalism and religious majority. Minority not safe & intolerance vent all around. There is an atmosphere of fear & insecurity! ex-VP remark is reprehensible
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The most intolerant person on this Earth. When he was getting everything, India was tolerant and fine; but when that was stopped, he is frightened of India and its "intolerance". -@imaks_in
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Very very shameful #HamidAnsari u r a great traitor and scab of my country #HamidAnsariExposed -@Shalini75172377
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Disclaimer : अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के अंतर्गत हमारा संविधान हमे अपनी बात या पक्ष कहने की अनुमति देता है। इस कॉलम "आज के चुनिंदा पोस्ट्स, ट्वीट्स, कमेंट्स..." में कमेंट व पोस्ट SOCIAL MEDIA से ली गई है, यह जरूरी नहीं की सभी पोस्ट या पोस्ट की जानकारी अक्षरशः सत्य हों, हम यथासम्भव हर पोस्ट की सत्यता परख कर इस कॉलम में लेते हैं, फिर भी हम सभी पोस्ट एवं उनकी सभी तथ्यों से पूर्ण सहमत नहीं हैं -सम्पादक
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जिसने भारत को ब्लैकलिस्ट कराना चाहा, उसके अतिथि बनने पहुंच गए अंसारी
10 वर्ष भारत के उप राष्ट्रपति रहने के बाद भी, देश के लिए इतना ज़हर !
भारत के पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी का एक और बयान विवादों के घेरे में आ गया है। पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI से जुड़ी संस्था के कार्यक्रम में हामिद अंसारी ने भारत के लोकतंत्र की आलोचना की और चेतावनी दी, कि देश अपने संवैधानिक मूल्यों से दूर जा रहा है। हामिद अंसारी ने गणतंत्र दिवस पर इंडियन अमेरिकन मुस्लिम काउंसिल की ओर से आयोजित एक वर्चुअल कार्यक्रम में यह निंदनीय बयान दिया।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी, अभिनेत्री स्वरा भास्कर, आर्कबिशप पीटर मचाडो सहित अन्य लोग 26 जनवरी को भारतीय गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर भारतीय समयानुसार रात 10:30 बजे ‘भारत के बहुलवादी संविधान की रक्षा’ विषय पर आयोजित एक कार्यक्रम में भाग ले रहे थे।
इस ऑनलाइन कार्यक्रम में मैसाचुसेट्स के सीनेटर एड मार्के, जिम मैकगवर्न, रेप एंडी लेविन, अमीनाह गुरीब-फाकिम, मॉरीशस के पूर्व राष्ट्रपति और नादिन मेन्ज़ा भी रहे, जो संयुक्त राज्य अमेरिका आयोग की अध्यक्षता करते हैं। कार्यक्रम की मेजबानी 17 US-आधारित अधिकार संगठनों द्वारा की गई थी, जिसमें एमनेस्टी इंटरनेशनल (USA), जेनोसाइड वॉच, हिंदू फॉर ह्यूमन राइट्स, इंडियन अमेरिकन मुस्लिम काउंसिल सहित अन्य शामिल हैं। इस आयोजन की मेजबानी करने वाले ‘अधिकार समूह’ अपने निर्णयों में भारत को निशाना बनाने के लिए बदनाम हैं। इन समूहों ने न केवल संसद में लोकतांत्रिक रूप से पारित कानून के लिए भारत के खिलाफ पैरवी की है, बल्कि वे लगातार ऐसी बातें बोलते हैं जो प्रकृति में भारत विरोधी और हिन्दू-विरोधी है।
इस आयोजन की मेजबानी और प्रचार-प्रसार के लिए भारतीय अमेरिकी मुस्लिम परिषद जिम्मेदार है। यह वही कट्टरपंथी इस्लामी समूह है, जिसका कथित तौर पर प्रतिबंधित आतंकी संगठनों जैसे स्टूडेंट्स इस्लामिक मूवमेंट ऑफ इंडिया (सिमी) से संबंध हैं। अलग अल्पसंख्यक अदालतों का आह्वान करके भारत की धर्मनिरपेक्ष न्यायिक प्रणाली को कमजोर करने के लिए इस्लामी संगठन ने अक्सर तथ्यों को गलत तरीके से प्रस्तुत किया है, जमीनी वास्तविकताओं की अनदेखी की है।
भारत के गणतंत्र दिवस पर आयोजित इंडियन अमेरिकन मुस्लिम काउंसिल के कार्यक्रम में भाग लेने के दौरान, अंसारी ने बुधवार (26 जनवरी) को कहा, “हाल के वर्षों में हमने (भारत ने) उन प्रवृत्तियों और प्रथाओं के उद्भव का अनुभव किया है जो नागरिक राष्ट्रवाद के सुस्थापित सिद्धांत पर विवाद करते हैं। वह विचार एक नई और काल्पनिक व्याख्या करते हैं और इससे सांस्कृतिक राष्ट्रवाद का अभ्यास प्रचलन में आ गया है।” अंसारी ने आगे कहा, “हालांकि हालिया अभिव्यक्तियां शांत हैं, लेकिन ऐसी घटनाएं कानून के शासन द्वारा शासित होने के हमारे दावे पर खराब प्रतिबिंब डालती हैं। यह एक ऐसा सवाल है जिसका जवाब दिया जाना चाहिए। इन प्रवृत्तियों को कानूनी रूप से लड़ने और राजनीतिक रूप से लड़ने की जरूरत है।”
अब इस मामले को उजागर करने वाले डिसइन्फो लैब का दावा है कि IAMC के संस्थापक शेख उबैद ने रोहिंग्याओं के नाम पर पैसा इकट्ठा किया और USCIRF (अंतर्राष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता पर अमेरिकी आयोग) द्वारा भारत को ब्लैकलिस्ट करने के लिए एक लॉबिंग फर्म, FGR को भुगतान किया।
डिसइन्फो लैब ने ट्वीट किया, “FGR के प्रमुख टेरी एलन USCIRF के अध्यक्ष नादिन मेंजा के लंबे समय से सहयोगी भी हैं और जो कथित तौर पर भारत को बहुलवाद से बचा रहे हैं।” एक अन्य ट्वीट में डिसइन्फो लैब ने पूछा कि, “IAMC संयुक्त राज्य में भारतीय मुसलमानों का प्रतिनिधित्व करने का दावा करती है। समूह का कहना है कि वह वर्तमान फासीवादी सरकार के खिलाफ लड़ रहा है। लेकिन उसने 2013 में भारत के खिलाफ पैरवी क्यों की ?”
डिसइन्फो लैब द्वारा हाल ही में किए गए एक खुलासे के अनुसार, IAMC ने USCIRF (यूनाइटेड स्टेट्स कमीशन ऑन इंटरनेशनल रिलिजियस फ्रीडम) द्वारा भारत को ब्लैक-लिस्ट करने के लिए USA में लॉबी समूहों को कथित रूप से पैसे दिए हैं। डिसइन्फो लैब ने यह भी आरोप लगाया है कि इस समूह के आतंकी संगठन जमात-ए-इस्लामी (JeI) के साथ भी संबंध हैं।
IAMC के संस्थापक शेख उबैद ने पहले ‘बर्मा में मुसलमानों के नरसंहार को रोकने के लिए’ फंड इकट्ठा किया। फिदेलिस गवर्नमेंट रिलेशंस (FGR) और फर्स्ट प्रिंसिपल्स स्ट्रैटेजीज की मदद से IAMC ने कुल 4 लाख अमेरिकी डॉलर जुटाए। 12,000 ‘मानवाधिकारों से संबंधित मुद्दों’ पर बर्मा, चीन और भारत में प्रतिबंध कानून को बढ़ावा देने के लिए यह पैसे जुटाए हैं और शर्मनाक बात यह है कि देश के पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी ने उस कार्यक्रम में भाग लिया।
जिस कार्यक्रम में भाषण दिया गया, वह आतंकियों का गढ़ है
डिसइन्फो के अनुसार, IAMC के शेख उबैद ने अपने दोस्त अब्दुल मलिक मुजाहिद के साथ मिलकर इस्लामिक सर्कल ऑफ नॉर्थ अमेरिका (ICNA) की स्थापना की है जो जमात-ए-इस्लामी, पाकिस्तान का एक अमेरिकी मोर्चा है। डिसइन्फो ने दावा किया कि ICNA और पाकिस्तान में स्थित लश्कर ए तैयबा जैसे आतंकी समूहों के बीच ज्ञात संबंध हैं।
एक अन्य ट्वीट में यह बताया गया, कि रशीद अहमद जिन्होंने एक अन्य मोर्चे– इस्लामिक मेडिकल एसोसिएशन ऑफ नॉर्थ अमेरिका (IMANA) (2008-17) के कार्यकारी निदेशक के रूप में कार्य किया, वही इस समय IAMC का प्रमुख है। आपको याद होगा, भारत में Covid संकट की ऊंचाई के दौरान, IMANA ने देश की मदद करने की आड़ में धन एकत्र किया था और फिर उस पैसा का कोई हिसाब नहीं दिया था।
अगले ट्वीट में डिसइन्फो ने बताया कि जाहिद महमूद, पूर्व में पाकिस्तानी नौसेना में, IMANA में संचालन निदेशक रहा है। इसके अलावा, IMANA अमेरिका में मुस्लिम ब्रदरहुड फ्रंट, इस्लामिक सोसाइटी ऑफ नॉर्थ अमेरिका (ISNA) से भी जुड़ी हुई है।
ऐसे कार्यक्रम में जाना अपने आप में विवादास्पद है और वहां जाकर ऐसे बयान देना तो अक्षम्य अपराध है। खैर, जैसा हामिद अंसारी का इतिहास रहा है, शायद ही उन्हें इससे कुछ फर्क पड़ेगा लेकिन इससे यह जरुर पता चल जाता है कि कुछ लोगों को कितना भी सम्मान दे दो, उनको अपने अन्दर के विष को बाहर उगलना ही है।
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#UPElection : प्रशासन की ऐसी की तैसी, मैं तो 16 बार जेल गया हूँ
समाजवादी पार्टी के अमरोहा (उत्तर प्रदेश) के प्रत्याशी की भाषा सुनें-
ऐसे नेता और उनके... होते हैं
ये क्लिप बीते वर्ष का है, पर एक पार्टी से जुड़ा हैं... लेकिन "विशेष प्रवृत्ति के लोग देश के सम्मान का उपहास क्यों उड़ाते हैं ?
-चुनाव से जुड़ी कविता...
हमें यादव से क्या मतलब,
हमें पंडित से क्या गफलत,
हमें मल्लाह, मौर्या, वैश्य से,
कोई नहीं नफरत।
दलित भाई हमारे हैं,
सभी कुर्मी दुलारे हैं,
कोई अगड़ा हो या पिछड़ा
सभी आंखों के तारे हैं।
सनातन के जो अनुगामी,
सभी मोती पिरोना है,
करे जो हममें बंटवारा,
'भिगोकर' उनको धोना है।
बांग्लादेश को देखो,
पाकिस्तान को देखो,
अफगानिस्तान में क्या है,
तनिक तुम ध्यान से देखो।
जहां हिंदू नहीं भाई,
नहीं भ्राता हैं ईसाई,
बचे हैं सिक्ख कितने अब
बचेगी अब न परछाई।
हमें बंटवा रहे हैं ये,
हमें घटवा रहे हैं ये,
दलित-यादव को मिलवाके
हमें कटवा रहे हैं ये।
हमारी जान हैं हिंदू
हमारी शान हैं हिंदू
बॅंटेंगे वोट की खातिर
बहुत नादान हैं हिंदू।
वो धमकी दे रहे हैं,
तुम कहां जाओगे रे हिंदू?
अभी जागे नहीं तो
बहुत पछताओगे रे हिंदू!
जो चिड़िया चुग गई तो,
कुछ नहीं पाओगे रे हिंदू।
किसी मस्जिद में जाके
खतना करवाओगे रे हिंदू!
हजारों साल से हैं हम,
ये गफलत तोड़ दें हिंदू।
न हिन्दू मिट सकेगा,
ऐसे भ्रम को मोड़ दें हिंदू।
हुए चालीस प्रतिशत वो,
बचा कोई न पाएगा।
जो सेकुलर की बिमारी है,
उसे अब छोड़ दें हिंदू।
यहां हिंदू अधिक हैं ,
तब तलक अरमान जिंदा है।
यहां हिंदू हैं बहुमत में,
तो संविधान जिंदा है।
यहां हिंदू अधिक हैं
तो ही स्वाभिमान जिंदा है।
यहां हिंदू अधिक हैं
तो ही हिंदुस्तान जिंदा है।
गया ईरान,वर्मा और,
अफगानिस्तान हाथों से
गया तिब्बत, बांग्लादेश,
पाकिस्तान हाथों से,
फिसलने लगा है कश्मीर
व बंगाल, केरल भी,
नहीं जागे तो फिसले ना
ये हिंदुस्तान हाथों से।
आओ भारत देश बचाओ,
लगे न मन में ठेस बचाओ,
संस्कृति और परिवेश बचाओ,
मिलकर आज सुरेश बचाओ।
कसम गंगा की है तुमको,
कसम है राम की तुमको,
कसम है बुद्ध की तुमको,
कसम घनश्याम की तुमको,
सनातन को बचा लीजै,
पुरातन को बचा लीजै,
सभी मतभेद को छोड़ो,
वतन को अब बचा लीजै।
मोती की माला बनो, भ्रम छोड़ो श्रीमान
वरना बच सकता नहीं, हिंदू-हिंदुस्तान
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दिल्ली के मुख्यमंत्री की अपील-
...और बीते साल का वीडियो, उन CM से है, उन्होंने कोरोना काल में ड्यूटी पर सेवा करते हुए जान देने वाले 70 में केवल एक (मुस्लिम) के घर जाकर एक करोड़ रु का चेक दिया था, बाकी 69 को शायद कुछ नहीं मिला था ! इसके लिए शायद हिन्दू ही सर्वाधिक व सर्वप्रथम दोषी है, जो अन्याय अपमान को सहता/देखता रहता है... बेचारा बनकर, खुलकर संगठित होकर विरोध नहीं करता, चाहे कोई भी पार्टी या नेता हो, उस पार्टी को भी जिसको उनसे अपना वोट दिया, सपोर्ट किया, किसी भी राज्य में... कहावत तो जानते ही हैं आप, "बिना रोए गोद के बच्चे को भी माँ दूध नहीं पूंछती।"
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इजराइल के प्रधानमंत्री की स्टूडेंट्स से अपील-
एक बार इजराइल देश का अपने पडोसी देश से लगातार 30 दिनों तक युद्ध चलता रहा। इजराइल के सेनापति ने अपने देश के प्रधानमन्त्री को फोन किया, "सर हमारे हजारों सैनिक शहीद हो चुके हैं। अब हमारी सेना में केवल 40,000 सैनिक बचे हैं। दुश्मन की सेना में लगभग 2 लाख सैनिक हैं। यदि युद्ध दो दिन और चलता रहा तो हमारी हार निश्चित है। दुश्मन अपने देश पर कब्जा करके उसे अपना गुलाम बना सकता है।"
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इस आपातकाल में बड़े धैर्य के साथ प्रधानमन्त्री ने टीवी पर केवल देश के विद्यार्थियों को सम्बोधित किया-
डियर स्टूडैन्टस् !
हमारे हजारों सैनिक युद्ध में शहीद हो चुके हैं। अब सेना में केवल 40,000 सैनिक बचे हैं। दुश्मन के पास लाखों सैनिक हैं। हमारी सेना पीछे हट रही है। देश गुलाम हो सकता है। अब केवल आप ही देश को बचा सकते हैं। आज आपका इजराइल देश आपसे आपकी शक्ति, आपका पराक्रम, आपका खून, आपका बलिदान मांग रहा है। आज रात 11 बजे आपके निकटतम रेलवे स्टेशन से स्पेशल रेलगाडी देश की सीमा पर जाएगी। आपसे मेरी हाथ जोड़कर विनती है कि आप कॉपी, किताब, कलम छोड़ दीजिए। आपको जो भी अस्त्र-शस्त्र, भाला, बरछा, गंडासा, तलवार, गोली-बन्दूक मिले , उसे लेकर युद्ध भूमि पर पहुंच जाएं।"
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रात ही रात में 5,00,000 विद्यार्थी सीमा पर पहुंचकर युद्ध करने लगे। दुश्मन की सेना में खलबली और भगदड़ मच गई। उसके लाखों सैनिक मारे गए। इस प्रकार देश के विद्यार्थियों ने अपने देश को गुलाम होने से बचा लिया। सेनापति ने यह शुभ समाचार प्रधानमन्त्री को दिया। खुशी के मारे प्रधानमन्त्री की आंखों मे आंसू आ गए। परन्तु विद्यार्थियों ने इस विजयश्री का शुभ सेहरा अपने "महान प्रधानमन्त्री" के सिर पर रखा। उनका इस बात के लिए "आभार" प्रकट किया कि उनको देश के लिए कुछ करने का अवसर दिया है।
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राजनितिक पार्टी और अपना चरित्र बदलते रहने वाले नेताओं से... सदैव सावधान रहें, जिनके जुबान और चरित्र का कोई *#%@^#% हो... सुनें
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सावधान ! कृपया अपने बच्चे को न दें खाने के लिए सुवर की चर्बी
पहले कुछ ब्रांडेड चिप्स के पैकेट, चॉकलेट में सुवर की चर्बी रहते थे, अब जेली या जैम में भी...! अपने जिले के स्थानीय निर्माता या अच्छे हलवाई से ऐसी खाने की चीजें खरीदना अधिक विश्वसनीय...। -
नरेंद्र मोदी कौन है ? “न्यूयार्क टाइम्स” के मुख्य सम्पादक जोसफ होप की टिप्पणी
विशेष- इस मैसेज को अंग्रेजी से हिंदी में अनुवाद किया गया है इसमें किसी भी प्रकार की कोई हेरफेर नहीं !
✍️ : जोसफ होप मोदीजी पर टिप्पणी करते हुए कहता है कि “इस आदमी” का “उत्थान”, सारे “संसार” के लिए, “खतरा” है !! इसने केवल “भारत” को एक महान् देश बनाने की इच्छा को प्रकट किया है. उसका एकमात्र उद्देश्य है भारत को सबसे शक्तिशाली बनाना है. यदि इस आदमी को न रोक गया तो भविष्य में, एक दिन “भारत” संसार में बहुत शक्तिशाली हो जाएगा और इससे “अमेरिका” को आश्चर्य होगा. वह एक विशेष रणनीति की अनुसार चलता है, और कोई नहीं जानता कि आगे वह क्या करने वाला है !? उसके मुस्कराते हुए चेहरे के पीछे एक खतरनाक देशभक्त छिपा हुआ है !! वह, दुनिया के सभी देशों का उपयोग भारत के हितों के लिए करता है !! पाकिस्तान और अफगानिस्तान के साथ अमेरिका के सम्बंधों को, बिगाड़कर, और उसके दुश्मन देशों जैसे वियतनाम के साथ गठजोड़ करके, मोदी इन तीनों देशों का उपयोग, चीन के खिलाफ करना चाहता है !! वियतनाम ने चीन के दक्षिण के समुद्र में तेल निकालना शुरू कर दिया है, जिसको वह पूरा भारत को भेजता है !! उसने भारतीय कम्पनी रिलायंस को वहाँ काम करने के लिए भेज दिया है, ताकि अमेरिका का दबदबा खत्म हो जाये !! अब चीन के दुश्मन वियतनाम पर अमेरिका का नियंत्रण होना है, जो कि, भारत के लिए अच्छा है !!.
✍️ : भारत में आओ लांच इंडिया अभियान में.
चीन और अमेरिका दोनों देशों का 15 अरब डालर लगा हुआ है भारत में, जो कि भारत आठ साल में भी, नहीं ला सकता था !! अब यह आदमी, पाकिस्तान को गरीबी की ओर धकेल रहा है !! पाकिस्तान के पुराने दोस्त ईरान में पोर्ट बनाना, जो अफगानिस्तान की सीमा के निकट है,और अफगानिस्तान सीमा पर भारतीय सेना का अड्डा बनाना, इन कदमों से उसने ईरान को वह रास्ता दिखाया है, कि वह पाकिस्तान को अफगानिस्तान में उलझा हुआ छोड़कर, सीधे भारत से व्यापार कर सकता है !! पाकिस्तान ने सेक्शन-2 और 3-ए, रद्द कर दिये थे. अब पाक अधिकृत कश्मीर भी, भारत के कब्जे में आ जाएगा !! पाकिस्तान चार टुकड़ों में टूटेगा !! वह मोदी की उँगलियों पर नाचेगा. पाकिस्तान का परम्परागत साथी सऊदी अरब भी, पाकिस्तान को अलग-थलग करने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा !!.
✍️ : इस आदमी ने एशिया में चीन और अमेरिका की भूमिका खत्म कर दिया है और.. सार्क सम्मेलन को रद्द कराके, संसार को अपनी शक्ति दिखा दी है !! मोदी ने एशिया में भारत की सर्वोच्चता स्थापित कर दी है !! इसने एशिया की दो महान शक्तियों रूस और जापान के साथ गठबंधन किया है !! चीन हांगकांग में अपनी शक्ति दिखा सकता है !? लेकिन मोदी चीन अधिकृत कश्मीर को कब्जे में करने को तैयार है ताकि उसकी सीपीईसी परियोजना को रोका जा सके !! चीन मोदी के कहने पर भारत में अपना 40% हिस्सा त्यागने को तैयार है, लेकिन मोदी किसी की सुनने के मूड में नहीं हैं !! और इसीलिए पाकिस्तान की हालत युद्ध के बिना ही भिखारी जैसी बनाये रखना चाहता है !! इसके परिणामस्वरूप चीन का 62 अरब डाॅलर जो उसने पाकिस्तान में लगाया है पानी में, जा रहा है !! मोदी ने अमेरिकी सरकार में लाॅबी बनाकर भारत को MTCR समूह में शामिल कराया है !! मोदी शीघ्र ही परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह NSG को ही बदल डालेगा !!.
✍️ : अमरीका का आगे बढ़ना कठीन है.
इस आदमी ने भारत की राजनीति को नए स्तर पर पहुंचा दिया है, संसार को इस बात पर विचार करना चाहिए कि हर देश के अनेक दुश्मन देश होते हैं, पर भारत का अब पाकिस्तान ओर चीन के अलावा कोई दुश्मन नहीं है !! इसलिए अब यह निश्चित है कि पाकिस्तान की समस्याओं का समाधान, भारत के हाथ में है !! यह व्यक्ति “सर्जिकल स्ट्राइक” करके ही अपनी पकड़ बना सकता है !! यह आदमी पाकिस्तान को किसी युद्ध से भी अधिक हानि पहुँचा रहा है !! मुस्लिम देशों को पाकिस्तान के विरुद्ध उपयोग करके मोदी ने स्वयं को संसार के महानतम नेताओं में से एक सिद्ध कर दिया है !! इन सारी बातों के बीच, इस व्यक्ति की सत्यनिष्ठा पर ध्यान देना चाहिए !! शेष संसार के लिए भारत की प्रगति को रोकना कठिन सिद्ध होगी !! इसीलिए मैं इसके पक्ष में हूँ कि संसार के सभी विचारक मिलकर इस पर चर्चा करें… और कोई उपाय सोचे... #साभार सोशल_मीडिया
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Pranab Mukherjee has disclosed how under the leadership of Sonia Gandhi, Hindus have been implicated in the target. Within a few months of coming to power in November 2004, Shankaracharya Jayendra Saraswati was arrested in a false case of murder on the occasion of Diwali. At the time of his arrest, he was preparing for 2500 years of pilgrimage to Trikal. After the arrest, he was also shown abusive charges like porn CD and tampering. However, this allegation has never been proved.Pranab Mukherjee has mentioned this incident in his book ‘The Coalition Years 1996-2012’. He wrote that “I was very angry with this arrest and in the Cabinet meeting I raised this issue too. I asked the question, Is the scale of secularism in the country limited to Hindu saints only ? Can a state police show the courage to arrest a Muslim cleric on the occasion of Eid ?’’.
The book by former President Pranab Mukherjee has raised a major question ahead of the country. The question is who was behind the arrest of the Shankaracharya Jayendra Saraswati of Kanchi Kamakoti Peetha and the unscrupulous accusations made against him? Till now, it has been widely believed that Jayalalitha had made the chief minister’s chair at the behest of Shashikala at the time when the plot of Kanchi Peetha’s Shankaracharya was found in a false case and arrested. At that time, after all this incident, there was a dispute about a land deal, but now it is clear after Mukherjee’s disclosure that the arrest was done not only on Jayalalitha’s wish but also on Sonia Gandhi’s gesture. Actually, that was the time when there prevailed close relations between Sonia and Jayalalitha.
Between 2004 and 2014, Sonia Gandhi was handling the top power for ten years, since then she had started crushing the religious-cultural beliefs of the Hindus. Shankaracharya’s arrest was done only to humiliate the great saint of India’s Hindu society. It is clear that the task of mocking the media by arresting such a great saint of Hinduism was a part of the Christian conspiracy.
Apart from this, it has also been believed that it was Vatican’s conspiracy to arrest him so that they can have an easy task of spreading Christianity in south India.
At the time when the entire Hindu society could be in the target of massive conversion from Meenakshipuram, the Kanchi Math built a temple and sent a message to the Dalit community and said that if the devotees cannot reach the temple then the temple will reach them.
The amount of efforts Kanchi math has put towards building social equality, no other Hindu institution has done it. This was the reason that it was knocking down the illegal attempts of Christian missionaries. He was arrested from Andhra Pradesh, where the Congress government was ruling. After the arrest, he was kept in the Vellore jail in Tamil Nadu, also he was tortured there...
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Twitter के कुछ चुनिंदा ट्वीट्स व उनपर आपकी प्रतिक्रिया...Though Bharat was a prince from the Raghu dynasty. The spiritual emotion that he had towards Shriram was ‘God is my Master,
I am an ordinary servant rendering seva at His Holy feet’. This shows the high level devotion of a servitor unto Shriram
-@DharmNagari
Present day politicians stoop to any level to gain political power. Here Bharat was becoming the crown prince without even asking for it ! He could have become the emperor of Ayodhya but he rejected the throne despite being capable of it.
श्री राम
When Prabhu Shriram told Bharat that he should rule the kingdom for 14 years, Bharat replied, “I am younger than you in age, knowledge and experience. How will I be able to rule such a huge kingdom ? श्री राम -@Prabhak41657341
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