केरल से आतंक के दूत, बिहार से IAS IPS पूत !
साक्षरता में नंबर-1 राज्य आतंक में बना नंबर-1 !
-मध्य एशिया की समृद्धि से केरल को काफी फायदा हुआ, लेकिन अब यही समृद्धि केरल और पूरे देश के लिए घातक साबित होने लगी है...अफगानिस्तान में 1400 पुरुष महिला आतंकियों ने सरेंडर किया था, जिसमें अधिकतर इंडियन थे, जो केरल से थे...
(धर्म नगरी / DN News M./W.app 6261868110)
देश का दुर्भाग्य है, कि देश के सर्वाधिक साक्षर राज्य केरल ने सर्वाधिक आतंकवादी पैदा हो रहे हैं, जबकि सबसे गरीब राज्य बिहार ने देश को सर्वाधिक IAS और IPS आईपीएस दिए। ये देश की तुष्टीकरण राजनीति का परिणाम है, कि देश में साक्षरता में सबसे ऊपर केरल से आज आतंक के दूत निकल रहे हैं। दोनों राज्यों की पृष्ठभूमि क्रमश: देशद्रोही और देशभक्त की बन रही है।
भारत की दक्षिण-पश्चिम सीमा पर अरब सागर और सह्याद्री पर्वत श्रृंखलाओं के मध्य एक सुन्दर भू-भाग है केरल। केरल में मलयाली भाषा बोली जाती है। जहां की 55 प्रतिशत आबादी (तीन वर्ष पूर्व) हिन्दू है। 1970 के दशक के आखिरी सालों से लेकर आजतक मार्क्सवादी
कम्युनिस्ट पार्टी या कांग्रेस का शासन केरल में रहा है। दोनों पार्टियों ने इस बात को नजरअंदाज किया, कि धीरे-धीरे केरल जिहादियों का गढ़ बनता जा रहा है।
केरल एक तरह से भारत-विरोधी गतिविधियों का केन्द्र बनता जा रहा है। राज्य की विभिन्न सरकारों द्वारा की गई वोट बैंक की राजनीतिए विदेशों से धार्मिक संस्थाओं को मिलने वाला गैर-कानूनी धन और कुछ इलाकों में मुस्लिम समाज का बहुतायत होना, इन कारणों से केरल जिहादियों की शरणस्थली बनने लगी।
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मध्य एशिया की समृद्धि से केरल को काफी फायदा हुआ है। अच्छे भविष्य की आशा में मलयाली समाज ने मध्य-एशिया (अरब देश) की ओर रुख किया, लेकिन अब ये समृद्धि केरल और पूरे देश के लिए घातक साबित होने लगी है। तेल की खोज के बाद मध्य-एशिया में बहुत पैसा आया। इस धन का एक बुरा प्रभाव हुआ, कि खाड़ी देशों में वहाबी शैली विचारधारा ने जोर पकडऩा शुरू कर दिया। सुन्नी मुसलमानों को एक अत्यंत रूढ़ीवादी समूह में वहाबी शैली पाई जाती है। यह विचारधारा ही कट्टर इस्लामी आतंकवाद की जमीन है।
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इंटेलीजेन्ट ब्यूरो के अनुसार 2011 से 2013 के बीच 25 हजार वहाबी इस्लामी प्रचारक भारत आए और अपने साथ 1700 करोड़ रुपए भी लाए। केरल में उन्हें कामयाबी मिली और वहां वहाबी विचारों को स्वीकारा गया। खबरों के अनुसार 2015 तक केरल की 75 मस्जिदों पर वहाबी इस्लाम का नियंत्रण हो चुका था। इनको मध्य-एशिया से दान के नाम पर केरल में अनाप-शनाप रुपया आ रहा था। धर्म के नाम पर युवाओं को परिवर्तित किया जा रहा था और लव-जिहाद की घटनाएं भी केरल में बढ़ रही थीं।
केरल में आतंकी घटनाओं में लिप्त पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI), जिसने बीते दिनों बैंगलुरु में व्यापक दंगे करवाए, सरकारी संपत्ति सहित हिन्दुओं की संपत्ति को भारी नुकसान पहुंचाया। ये संस्था देशविरोधी कार्यों में लिप्त है। ये कट्टर इस्लामी विचारधारा का विचार और धर्म परिवर्तन जैसे कामों में लगा हुआ है।
शुक्रवार (21 अगस्त) को दिल्ली पुलिस ने दिल्ली से इस्लामिक स्टेट (IS) के संदिग्ध आतंकी मोहम्मद मुस्तकीम खान (Mohd Mustakeem Khan) उर्फ अबु यूसुफ (Abu Yusuf) को गिरफ्तार किया। यूसुफ नाम के एक आईएसआईएस आतंकी को गिरफ्तार किया। उसके पास दिल्ली को दहलाने वाले विस्फोटक आदि बरामद हुए।
उत्तर प्रदेश के बलरामपुर का यूसुफ केरल से ISIS के संपर्क में आया और उसके सारे हैंडलर केरल और अफगानिस्तान से जुड़े हैं। ये दर्शाता है, कि केरल तेजी से आईएसआई का गढ़ बन रहा है। केरल और कर्नाटक में ISIS आतंकवादियों की संख्या 150 से 200 के करीब है। इनका संबंध IS के मौजूदा सरगना से है।
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पिछले साल मई में इस्लामिक स्टेट आतंकवादी संगठन ने भारत में नया प्रांत स्थापित करने का दावा किया था। यह कश्मीर में आतंकवादियों और सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड़ के बाद अनोखे तरह की घोषणा थाी। इस नई शाखा का नाम अरबी में था- बिलायाहा ऑफ हिन्द। जम्मू-कश्मीर के विषयों को लेकर अब अंतर्राष्ट्रीय आतंकवादी संगठन भारत में अपनी पैठ जमाकर गदर करने की है। जाकिर नायक खुद को इस्लामिक प्रचारक के तौर पर प्रदर्शित करता था। उसने आह्वान किया था, कम्युनिस्ट शासित केरल में जाओ और हिन्दुओं के खिलाफ एकजुट हो जाओ। भारत से भागने के बाद वह सोशल मीडिया के जरिए आज भी भारत के मुसलमानों को भड़काना जारी रखे हुए है।
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अफगानिस्तान में 1400 पुरुष महिला आतंकियों ने सरेंडर किया था, जिसमें अधिकतर इंडियन थे जो केरल से थे। आतंकियों द्वारा काबुल के गुरुद्वारे पर हमला करने वाले मोहसिन केरल का रहने वाला है। कुछ दिनों पहले संयुक्त राष्ट्र संघ की एक रिपोर्ट में कहा गया था, कि भारत के केरल और कर्नाटक प्रांत में इस्लामिक स्टेट के आतंकी मौजूद हैं और ये कभी भी अशांति पैदा कर सकते हैं।
केरल में 10 सालों में 10 हजार लड़कियों का परिवर्तन कराया गया। यहां से युवा लगातार गायब होते हैं। बाद में खबर मिलती है, कि वो इस्लामिक स्टेट आतंकवादी संगठन में शामिल हो गए। अब तक इनकी संख्या सौ से अधिक है। केरल में हमेशा दो विचारधारा का कब्जा रहा है। एक विचारधारा वामपंथियों की है और दूसरी, कांग्रेस की है। इन दोनों ने मिलकर इस राज्य में इस्लामिक तुष्टीकरण किया है। आज ये राज्य आतंकियों का हब बन चुका है। केरल की जितनी राजनैतिक हत्याएं हुई, वो सब इन्हीं तीनों संगठनों- वामपंथी, कांग्रेस और पीएफआई की करतूत है।
-अनुराधा त्रिवेदी, -सलाहकार संपादक, धर्म नगरी, डीएन न्यूज़ हैं
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शुक्रवार (21 अगस्त) को दिल्ली पुलिस ने दिल्ली से इस्लामिक स्टेट (IS) के संदिग्ध आतंकी मोहम्मद मुस्तकीम खान (Mohd Mustakeem Khan) उर्फ अबु यूसुफ (Abu Yusuf) को गिरफ्तार किया। यूसुफ नाम के एक आईएसआईएस आतंकी को गिरफ्तार किया। उसके पास दिल्ली को दहलाने वाले विस्फोटक आदि बरामद हुए।
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अबू युसूफ की बीबी ने बताया, कि उसका शौहर (हसबैंड) बलरामपुर स्थित अपने घर में गन पाउडर और अन्य विस्फोटक सामग्री इकट्ठा कर रहा था |
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केरल में 10 सालों में 10 हजार लड़कियों का परिवर्तन कराया गया। यहां से युवा लगातार गायब होते हैं। बाद में खबर मिलती है, कि वो इस्लामिक स्टेट आतंकवादी संगठन में शामिल हो गए। अब तक इनकी संख्या सौ से अधिक है। केरल में हमेशा दो विचारधारा का कब्जा रहा है। एक विचारधारा वामपंथियों की है और दूसरी, कांग्रेस की है। इन दोनों ने मिलकर इस राज्य में इस्लामिक तुष्टीकरण किया है। आज ये राज्य आतंकियों का हब बन चुका है। केरल की जितनी राजनैतिक हत्याएं हुई, वो सब इन्हीं तीनों संगठनों- वामपंथी, कांग्रेस और पीएफआई की करतूत है।
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