श्रीराम मंदिर निर्माण के लिए नक्शा स्वीकृत..
अयोध्या प्राधिकरण बोर्ड की बैठक में सर्वसम्मति से स्वीकृत हुआ नक्शा
- श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट जमा करेगा 2 करोड़ 11 लाख 33,184 रु डेवलपमेंट शुल्क
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श्रीराम की नगरी- अयोध्या में मंदिर निर्माण के मानचित्र को अयोध्या विकास प्राधिकरण की बोर्ड की बैठक में बुधवार को प्रस्तुत किया गया, जिसे सभी सदस्यों ने सर्वसम्मति से मंजूरी दे दी। मानचित्र को स्वीकृति के लिए श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य डॉ. अनिल मिश्र ने गत 29 अगस्त को प्राधिकरण उपाध्यक्ष डॉ. नीरज शुक्ल को सौंपा था। प्राधिकरण बोर्ड की 76वीं बैठक कमिश्नर एमपी अग्रवाल की अध्यक्षता में हुई, जिसमें श्रीराम मंदिर के मानचित्र का अनुमोदन सर्वसम्मति से कर दिया गया। मानचित्र अनुमोदन का पत्र भी अयोध्या विकास प्राधिकरण ने ट्रस्टी डॉ. अनिल मिश्र को सौंप दिया।
श्रीराम मंदिर निर्माण के मानचित्र को अयोध्या विकास प्राधिकरण की बोर्ड की बैठक में बुधवार को प्रस्तुत किया गया जिसे सदस्यों ने सर्वसम्मति से मंजूरी दे दी है। बोर्ड की बैठक प्राधिकरण सभाकक्ष में कमिश्नर एमपी अग्रवाल की अध्यक्षता में की गई, जिसमें श्रीराम मंदिर निर्माण के मानचित्र को प्राधिकरण बोर्ड से स्वीकृति मिल गई।
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मंदिर निर्माण के लिए ट्रस्ट को दो करोड़ 11 लाख 33 हजार 184 रुपये विभिन्न मदों के शुल्क के रूप में प्राधिकरण के खजाने में जमा करने होंगे। इसमें निर्माण सेस के 15 लाख 363 रुपये शामिल नहीं हैं, जिसका ड्राफ्ट श्रम विभाग में ट्रस्ट अलग से जमा करेगा। मानचित्र शुल्क जमा करने के साथ मंदिर निर्माण शुरू करने की सभी औपचारिकताएं ट्रस्ट पूर्ण कर लेगा। प्राधिकरण उपाध्यक्ष डॉ. नीरज शुक्ल ने बोर्ड से मंदिर मानचित्र अनुमोदित होने की जानकारी दी। उनके अनुसार ट्रस्ट ने संबंधित विभागों की अनापत्ति के साथ मंदिर मानचित्र के सभी मानक पूरे किए हैं। ग्रीन बेल्ट, सेटबैक,ओपेन एरिया के साथ 30 मीटर की एप्रोच रोड मानचित्र में प्रस्तावित है।
दो तरह के मानचित्र-
अयोध्या विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष एमपी अग्रवाल बोर्ड मीटिंग के बारे में जानकारी देते हुए कहा, श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने दो तरह के नक्शे प्रस्तुत किए। पहला नक्शा लेआउट- 2 लाख 74,110 वर्ग मीटर था। दूसरा श्रीराम मंदिर का नक्शा था, जिसका कुल कवर्ड एरिया 12,879 वर्ग मीटर है। दोनों नक्शों को सर्वसम्मति से पास कर दिए गए हैं।
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट को दो करोड़ 11 लाख 33,184 रु डेवलपमेंट शुल्क के रूप में जमा करने होंगे। इसके अतिरिक्त लेबर सेस 15 लाख 363 रुपये भी जमा करने होंगे। कुल शुल्क जमा कराने के बाद दोनों नक्शे ट्रस्ट को सौंप दिए जाएंगे।
तीन तल के श्रीराम मंदिर का-
कुल क्षेत्रफल- दो लाख 74 हजार 110 वर्ग मीटर
कवर्ड एरिया 12879.30 वर्ग मीटर
ऊंचाई- 49.24 मीटर, भूतल- 9972 वर्ग मीटर, प्रथम तल-1850.70 वर्ग मीटर व द्वितीय तल 1056.60 वर्ग मीटर
ये है प्राधिकरण शुल्क-
अयोध्या विकास प्राधिकरण ने आयकर की अनुमन्य छूट के बाद 35 फीसद शुल्क लिया है। इसमें विकास शुल्क एक करोड़ 79 लाख 45 हजार 477 रुपये, पर्यवेक्षण शुल्क 29 लाख 73 हजार 307 रुपये व विकास अनुज्ञा शुल्क एक लाख 50 हजार, भवन अनुज्ञा शुल्क 64 हजार 400 रुपये शामिल है।
बैठक में ये रहे उपस्थित-
बोर्ड अध्यक्ष (कमिश्नर) एमपी अग्रवाल, जिलाधिकारी अनुज कुमार झा, उपाध्यक्ष डॉ. नीरज शुक्ल के अलावा अपर निदेशक कोषागार नीरज श्रीवास्तव, मुख्य नगर एवं ग्राम्य नियोजक राजेश प्रताप सिंह, सहयुक्त नियोजक नीलेश सिंह कटियार, अधीक्षण अभियंता पीडब्ल्यूडी व जल निगम, प्राधिकरण सचिव आरपी सिंह, नामित सदस्य निर्मला सिंह, परमानंद मिश्र व कमलेश कुमार श्रीवास्तव के अलावा विशेष आमंत्रित सदस्य भी बैठक में उपस्थित रहे।
ट्रस्टी डॉ. अनिल मिश्र ने सौंपा मानचित्र -
उल्लेखनीय है, कि तीन दिन पहले श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के ट्रस्टी डॉ. अनिल मिश्र स्वीकृति के लिए मानचित्र उपाध्यक्ष डॉ. शुक्ल को सौंपा था। बोर्ड बैठक की तैयारियों के बीच मंगलवार को प्राधिकरण के उपाध्यक्ष ने जानकारी दी थी, कि लगभग 67 एकड़ भूमि का लेआउट समेत मानचित्र (नक्शे) की स्वीकृति हेतु ट्रस्ट ने प्राधिकरण को सौंपा है, जिसमें करीब पांच एकड़ में राम मंदिर का निर्माण है। अवशेष भूमि के लेआउट को इसलिए शामिल किया गया है, जिससे भविष्य में किसी प्रकार के निर्माण में अड़चन न हो।
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