सिर पर पोटली "इरुमुडी" रख राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने किए भगवान अयप्पा के दर्शन, सबरीमाला मंदिर की...

 
...18 पवित्र सीढ़ियां चढ़ने वाले के लिए "इरुमुडी" ले जाना अनिवार्य 
धर्म नगरी 
DN News
(न्यूज़, कवरेज, शुभकामना या विज्ञापन देने एवं फ्री कॉपी मंगवाने हेतु वाट्सएप- 8109107075
 

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने आज (22 अक्टूबर) केरल के सबरीमाला मंदिर में पूजा-अर्चना की। केरल के चार दिन के दौरे पर राष्ट्रपति तिरुवनंतपुरम से पथनमथिट्टा पहुंचीं। राष्ट्रपति मुर्मु आज पंपा गणपति मंदिर पहुंचीं और सबरीमाला मंदिर जाने से पहले इरुमुडी बांधने सहित पारंपरिक अनुष्ठान पूरे किए।

सिर पर सफेद रंग की पोटली "इरुमुडी" रख कर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू सबरीमाला स्थित भगवान अयप्पा मंदिर के दर्शन करने पहुंची। "इरुमुडी" भक्त की यात्रा, तपस्या और आशाओं की प्रतीक मानी जाती है। यह सबरीमाला तीर्थयात्रा की एक पारंपरिक पोटली है, जो भक्त द्वारा सिर पर रखकर ले जायी जाती है। 


पोटली में सामने की ओर भगवान अयप्पा को अर्पित किए जाने वाले प्रसाद (घी भरा नारियल, चावल और अन्य सामग्रियां) और पीछे की ओर तीर्थयात्री के लिए व्यक्तिगत सामान होते हैं। जो भी श्रद्धालु सबरीमाला मंदिर की 18 पवित्र सीढ़ियां चढ़ना चाहता है, उसके लिए इरुमुडी ले जाना अनिवार्य होता है। इस पोटली के बिना आप दर्शन तो कर सकते हैं, लेकिन मंदिर की 18 पवित्र सीढ़ियां नहीं चढ़ सकते।


राष्ट्रपति मुर्मु की 
सबरीमाला मंदिर की यात्रा न केवल श्रद्धा, विश्वास, आस्था व सनातन परंपरता का प्रतीक रही, बल्कि ऐतिहासिक अवसर भी रहा, जिससे देशभर में चर्चा हुई, क्योंकि ऐसा पहली बार हुआ, जब किसी महिला राष्ट्रपति ने इस मंदिर में प्रवेश कर पूजा की। यह केवल एक धार्मिक यात्रा नहीं थी, बल्कि एक ऐसा क्षण था जिसने आस्था, परंपरा और सामाजिक बदलाव के बीच एक नया अध्याय जोड़ा। 

सबरीमाला मंदिर में भगवान अयप्पा की पूजा के लिए विशेष नियम होते हैं, जिनमें एक है 10 से 50 वर्ष की महिलाओं को मंदिर में प्रवेश की अनुमति नहीं होना। इस परंपरा को लेकर लंबे समय से विवाद चलता रहा है। हालांकि, सर्वोच्च न्यायालय ने 2018 में इस परंपरा को असंवैधानिक बताया था, लेकिन इसके बाद भी मंदिर प्रशासन और श्रद्धालुओं के बीच इसे लेकर मतभेद बने रहे। ऐसे में राष्ट्रपति का यह दौरा केवल एक धार्मिक क्रिया न होकर, सामाजिक स्तर पर भी एक साहसिक कदम माना जा रहा है।


राष्ट्रपति की यात्रा शुभारंभ  
राष्ट्रपति मुर्मू आज (22 अक्टूबर) सुबह हेलीकॉप्टर से केरल के पंबा पहुंचीं। वहां से उन्होंने पंबा नदी में अपने पैर धोकर आध्यात्मिक यात्रा का शुभारंभ किया। इसके पश्चात उन्होंने पास के गणपति मंदिर में पूजा की। फिर ‘केट्टुनिरा मंडपम’ में पारंपरिक काली साड़ी पहनकर ‘इरुमुडी’ तैयार करवाया।

इरुमुडी एक विशेष प्रकार की पोटली होती है, जिसे भक्त अपने सिर पर रखकर मंदिर की ओर बढ़ते हैं। इस पोटली में दो भाग होते हैं – आगे वाले भाग में भगवान को चढ़ाने के लिए प्रसाद और पीछे वाले में यात्रा के जरूरी सामान रखे जाते हैं। इस पोटली में नारियल में घी भरकर रखना सबसे अहम माना जाता है। भक्तों के लिए यह पोटली केवल पूजा का सामान नहीं, बल्कि श्रद्धा और समर्पण का प्रतीक होती है।

इरुमुडी का महत्व 
इरुमुडी का अर्थ है- "इरु" दो और "मुड़ी" गठरी या पोटली। यह माला धारण करने के बाद की दूसरी सबसे महत्वपूर्ण प्रक्रिया मानी जाती है। इरुमुड़ी दो हिस्सों में बंटी होती है। इसके आगे का हिस्सा मुनमुडी कहलाता है, जिसमें भगवान अयप्पा और अन्य देवताओं के लिए प्रसाद रखे जाते हैं। इरुमुडी के पीछे का हिस्सा पिनमुडी कहलाता है, जिसमें यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं के लिए आवश्यक सामान जैसे- दाल, चावल और वस्त्र रहता है। जब इन दोनों गठरियों को एक साथ बांधा जाता है, तो ये इस बात का प्रतीक है, कि भगवान अयप्पा और भक्त अब अलग नहीं हैं। एक तरह से ये पोटली भगवान और भक्त के बीच अटूट संबंध को दर्शाती है।

इरुमुडी में क्या-क्या होता है ?

इरुमुडी में 
सबसे महत्वपूर्ण घी वाला नारियल होता है। भक्त इसे भगवान अयप्पा को अर्पित करते हैं और पूजा के बाद खाली नारियल को अग्नि में डालते हैं। पोटली "इरुमुडी" में निम्न वस्तुएं रखी जाती हैं-
मुद्रा नारियल

घी

कानी पोनू

गोल्डन थाली और गोल्डन चूरी

पान के पत्ते और सुपारी

नारियल (पानी सहित)- 3 संख्या

हल्दी पाउडर

कुमकुम पाउडर

चंदन पाउडर

फूली हुई चावल (अरालु / मलर) – इसे पाउडर करके रखा जाता है

विभूति पाउडर

कपूर

अगरबत्ती

गुलाब जल

चावल

शहद

गुड़ का टुकड़ा (अच्चु बेला)

धान के दाने

हल्दी की डाली

काली मिर्च

चीनी के क्रिस्टल (कल-सक्कर)

मीठा चावल का गोला (अक्की उंडे)


सबरीमला में इरुमुडी बहुत महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह भक्त के आध्यात्मिक समर्पण को दर्शाता है। इरुमुडी बनाने की प्रक्रिया को संसारिक सुखों को छोड़कर आध्यात्मिक राह अपनाने के रूप में समझा जाता है। इसमें जो घी भरा नारियल रखा जाता है, वो इस बात का प्रतीक है कि भक्त का मन संसारिक इच्छाओं से खाली हो रहा है और अब वह शुद्ध जीवन अपनाने के लिए तैयार है।

President Droupadi Murmu makes history as the 1st state head to offer prayers at Sabarimala Temple. She performed the Irumudi Kettu ritual at Pampa & ascended the sacred 18 steps.President Murmu performed Darshan and Puja at the Sabarimala Temple. She prayed before Lord Ayyappa for the well-being and prosperity of fellow citizens.

----------------------------------------------

"धर्म नगरी" व DN News का विस्तार प्रत्येक जिले के ग्रामीण व शहरी क्षेत्र में हो रहा है। प्रतियों को नि:शुल्क देशभर में धर्मनिष्ठ संतो आश्रम को भेजने हेतु शुभकामना या विज्ञापन के रूप में सहयोग की आवश्यकता है। साथ ही "धर्म नगरी" के विस्तार हेतु जिले स्तर पर बिजनेस पार्टनर की आवश्यकता है। -प्रबंध संपादक email- dharm.nagari@gmail.com Twitter- @DharmNagari W.app- 8109107075 
 
"धर्म नगरी" की सदस्यता, अपनी शुभकामना के साथ "अपने नाम से" अपनों को "धर्म नगरी" भिजवाने के लिए सम्पर्क करें। "धर्म नगरी" व DN News का विस्तार प्रत्येक जिले के ग्रामीण व शहरी क्षेत्र में हो रहा है। प्रतियों को निशुल्क देशभर में धर्मनिष्ठ संतो आश्रम को भेजने हेतु हमें सहयोगियों की आवश्यकता है।  
संरक्षक चाहिए- राष्ट्रवादी सूचनात्मक, तथ्यात्मक व रोचक मैगजीन हेतु इन्वेस्टर या "संरक्षक" की आवश्यकता है। "धर्म नगरी" / DN News के विस्तार हेतु राज्यों की राजधानी में अनुभवी या श) मार्केटिंग एक्सक्यूटिव चाहिए। संपर्क 9752404020, वाट्सएप-8109107075 ट्वीटर @DharmNagari
------------------------------------------------
आप पढ़ / देख सुन रहे हैं 
(QR कोड डाउनलोड करें) 
http://www.dharmnagari.com 


अब "धर्म नगरी" की सदस्यता राशि, अपना शुभकामना संदेश या विज्ञापन प्रकाशित करवाकर अपने ही नाम से अपनों को या जिसे भी कॉपी भिजवाना चाहें, भिजवाएं। प्रतियाँ आपके नाम से FREE भेजी जाएंगी। उसका प्रतियां भेजने की लागत राशि हेतु "धर्म नगरी" के QR कोड को स्कैन कर भेजें या "धर्म नगरी" के चालू बैंक खाते में भेजकर रसीद या स्क्रीन शॉट हमे भेजें /बताएं  वाट्सएप-8109107075, मो. 6261 86 8110 

----------------------------------------------

No comments