#Maharashtra : बाला साहब ठाकरे किसके 'बाप' हैं, अब लड़ाई सुप्रीम कोर्ट पहुंची, गुवाहाटी से चौपाटी तक बयानबाजी जारी
देश में ये पहला अवसर है, जब किसी राज्य में सरकार के अस्तित्व को लेकर, सत्ता-संघर्ष को लेकर उत्पन्न संकट पर ऐसी कार्यवाही और सुनवाई सर्वोच्च न्यायालय में सुनवाई हो रही है...
- विधायकों के घर परिवार की सुरक्षा को लेकर राज्यपाल ने दिए DGP को निर्देश
- किसने क्या कहा ?
धर्म नगरी / DN News
महाराष्ट्र में सरकार बनाने व शिव सेना के अस्तित्व पर उत्पन्न संकट में एक बार फिर बाला साहब ठाकरे 'बाप' के रूप में आ गए हैं। एकनाथ शिंदे जहां बार-बार बाला साहब ठाकरे और हिन्दुत्व के नाम पर शिव सेना को चिढ़ा रहे हैं, वहीं, शिव सेना सांसद संजय राउत ने शिंदे पर ताना मारते हुए कहा, "...हम लोग कभी 'बाप' नहीं बदलते। ...अब तो यहां तो उनकी (बागी विधायकों की) केवल बॉडी आएगी।"
इस बीच एकनाथ शिंदे का शक्ति प्रदर्शन आज (27 जून) उनके ही गढ़- थाणे में किया जा रहा है।
महाराष्ट्र में सत्ता संघर्ष के बीच अब (27 जून सुबह)-
- सर्वोच्च न्यायालय में शिंदे गु्रप की दो अपील पर सुनवाई
- शिंदे की अर्जी में नए विधायक दल के नेता की नियुक्ति को चुनौती
- एकनाथ शिंदे के वकील हैं हरीश साल्वे
- डिप्टी स्पीकर का पक्ष रखेंगे अभिषेक मनु सिंहवी
- 16 विधायकों को अयोग्य ठहराने की कार्यवाही पर रोक लगाने की
अभी किसके, कितने हैं विधायक-
शिव सेना 16 (55-39)
भाजपा 106
एनसीपी 53
शिवसेना बागी 39
सर्वोच्च न्यायालय में लड़ाई (बहस) शुरू होने से पहले भी संजय राउत का हमला जारी है, उधर गुवाहाटी में बागी विधायकों की बैठक चल रही थी। कल भी हुई बैठक में विधायकों ने सुरक्षा को लेकर चिन्ता जताई थी। आदित्य ठाकरे के करीबी उदय सावंत भी अचानक कल (26 जून) को गुवाहाटी पहुंच गए।
इस बीच बागी विधायक दीपक केसकर (गुवाहाटी में) ने कहा- "...हम लोग शिवसेना में ही हैं, हमारा निर्णय संसदीय दल का निर्णय रहेगा, हम आज भी शिव सेना के सदस्य है और रहेंगे। हमारी निष्ठा शिव सेना और बाला साहब पर है... हम लोग बाला साहब के विचारों पर ही चलेंगे... हमारी ओरिजिनल पार्टी को हाईजैक करने की कोई रणनीति नहीं है।"
राज्यपाल ने दिए DGP को निर्देश-
महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने राज्य के पुलिस महानिदेशक रजनीश सेठ को असंतुष्ट विधायकों के घर परिवार को समुचित पुलिस सुरक्षा प्रदान करने का निर्देश दिया है। राज्यपाल को शिवसेना के 38, प्रहार जनशक्ति पार्टी के दो और सात निर्दलीय विधायकों की ओर से ज्ञापन दिया गया था, जिसमें उनकी सुरक्षा वापस लिए जाने की बात कही गई थी। विधायकों ने राज्यपाल को पत्र लिखकर कहा था कि उनकी पुलिस सुरक्षा अवैध तरीके से वापस ली गई है। इससे पहले शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे ने महाविकास अघाड़ी सरकार पर उनके साथ-साथ पार्टी के 38 नेताओं और उनके परिवारों की सुरक्षा वापस लेने का आरोप लगाया था। इस बीच, केन्द्र सरकार ने कल शिवसेना के 15 असंतुष्ट विधायकों को वाई-प्लस श्रेणी की सुरक्षा दे दी। केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल के जवान उनकी सुरक्षा में तैनात रहेंगे।
- #सोशल_मीडिया में प्रतिक्रिया...
- हिंसा के लिए भड़काने क्यों नहीं होती गिरफ़्तारी ?
- उद्धव ठाकरे के निंदनीय कृत्य-
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महाराष्ट्र में सत्ता संघर्ष पर एक कार्टून साभार #सोशल_मीडिया |
(W.app- 8109107075 -न्यूज़, कवरेज, विज्ञापन व सदस्यों हेतु)
शिवसेना के शिंदे गुट ने महाराष्ट्र विधानसभा उपाध्यक्ष द्वारा असंतुष्ट विधायकों को अयोग्य ठहराने के नोटिस को उच्चतम न्यायालय में चुनौती दी है। उच्चतम न्यायालय की अवकाश पीठ आज मामले की सुनवाई करेगी। एकनाथ शिंदे ने याचिका में उपाध्यक्ष को दल-बदल विरोधी कानून के अंतर्गत सदस्यों को अयोग्य ठहराने से रोकने का निर्देश देने की अपील की है। साथ ही उपाध्यक्ष को पद से हटाने से जुड़े प्रस्ताव पर फैसला होने तक विधायकों के खिलाफ कार्रवाई नहीं करने को भी कहा है।
याचिका में शिंदे के स्थान पर अजय चौधरी को शिवसेना विधायक दल का नेता नियुक्त किए जाने को भी चुनौती भी दी है। शिंदे और शिवसेना विधायक दल में उनके सभी समर्थकों के परिजनों को संबंधित अधिकारियों से सुरक्षा मुहैया कराने का निर्देश देने की भी अपील की है।
केस की सुनवाई का "लाइव टेलीकास्ट"
महाराष्ट्र के सत्ता संघर्ष और उद्धव-शिंदे की लड़ाई को लेकर सर्वोच्चा न्यायालय में केस की सुनवाई का "लाइव टेलीकास्ट" होगा, जिसे दोनों पक्ष के वकील के माध्यम से सारे विधायक देख सकेंगे, विधायक केवल बहस को देख सकेंगे, कुछ बोल नहीं सकेंगे। अर्थात, सारे विधायक उस लिंक से जुड़ सकेंगे लिंक के माध्यम से। हालांकि, केस को कवर करने वाले (केस की रिपोर्टिंग करने वाले) मीडिया के प्रतिनिधियों को भी लिंक दी जाएगी। महाराष्ट्र में सरकार बनाने व शिव सेना के अस्तित्व पर उत्पन्न संकट में एक बार फिर बाला साहब ठाकरे 'बाप' के रूप में आ गए हैं। एकनाथ शिंदे जहां बार-बार बाला साहब ठाकरे और हिन्दुत्व के नाम पर शिव सेना को चिढ़ा रहे हैं, वहीं, शिव सेना सांसद संजय राउत ने शिंदे पर ताना मारते हुए कहा, "...हम लोग कभी 'बाप' नहीं बदलते। ...अब तो यहां तो उनकी (बागी विधायकों की) केवल बॉडी आएगी।"
इस बीच एकनाथ शिंदे का शक्ति प्रदर्शन आज (27 जून) उनके ही गढ़- थाणे में किया जा रहा है।
महाराष्ट्र में सत्ता संघर्ष के बीच अब (27 जून सुबह)-
- सर्वोच्च न्यायालय में शिंदे गु्रप की दो अपील पर सुनवाई
- शिंदे की अर्जी में नए विधायक दल के नेता की नियुक्ति को चुनौती
- एकनाथ शिंदे के वकील हैं हरीश साल्वे
- डिप्टी स्पीकर का पक्ष रखेंगे अभिषेक मनु सिंहवी
- 16 विधायकों को अयोग्य ठहराने की कार्यवाही पर रोक लगाने की
अभी किसके, कितने हैं विधायक-
शिव सेना 16 (55-39)
भाजपा 106
एनसीपी 53
शिवसेना बागी 39
उद्धव के साथ 126, विरुद्ध 161
सर्वोच्च न्यायालय में लड़ाई (बहस) शुरू होने से पहले भी संजय राउत का हमला जारी है, उधर गुवाहाटी में बागी विधायकों की बैठक चल रही थी। कल भी हुई बैठक में विधायकों ने सुरक्षा को लेकर चिन्ता जताई थी। आदित्य ठाकरे के करीबी उदय सावंत भी अचानक कल (26 जून) को गुवाहाटी पहुंच गए।
इस बीच बागी विधायक दीपक केसकर (गुवाहाटी में) ने कहा- "...हम लोग शिवसेना में ही हैं, हमारा निर्णय संसदीय दल का निर्णय रहेगा, हम आज भी शिव सेना के सदस्य है और रहेंगे। हमारी निष्ठा शिव सेना और बाला साहब पर है... हम लोग बाला साहब के विचारों पर ही चलेंगे... हमारी ओरिजिनल पार्टी को हाईजैक करने की कोई रणनीति नहीं है।"
फिलहाल शिंदे 40 से अधिक अंसतुष्ट विधायकों के साथ गुवाहाटी में हैं। अपनी स्थापना के बाद से अब तक के सबसे खराब संकट का सामना कर रही शिवसेना अपने चेहरे को और शर्मिंदगी से बचाने के लिए हर संभव कोशिश कर रही है। हालांकि, उनके प्रयासों का कोई सकारात्मक परिणाम नहीं निकल रहा है। उच्च और तकनीकी शिक्षा मंत्री उदय सामंत कल रात गुवाहाटी में एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाले गुट में शामिल हो गए। सामंत को आदित्य ठाकरे का करीबी माना जाता है। बागी विधायकों को अयोग्यता पर नोटिस का जवाब देने की समय सीमा आज शाम 5.30 बजे समाप्त हो रही है और इससे राहत पाने के लिए शिंदे ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। महाराष्ट्र के गृह मंत्री के कार्यालय ने कहा, कि राज्य पुलिस अलर्ट पर है।
महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने राज्य के पुलिस महानिदेशक रजनीश सेठ को असंतुष्ट विधायकों के घर परिवार को समुचित पुलिस सुरक्षा प्रदान करने का निर्देश दिया है। राज्यपाल को शिवसेना के 38, प्रहार जनशक्ति पार्टी के दो और सात निर्दलीय विधायकों की ओर से ज्ञापन दिया गया था, जिसमें उनकी सुरक्षा वापस लिए जाने की बात कही गई थी। विधायकों ने राज्यपाल को पत्र लिखकर कहा था कि उनकी पुलिस सुरक्षा अवैध तरीके से वापस ली गई है। इससे पहले शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे ने महाविकास अघाड़ी सरकार पर उनके साथ-साथ पार्टी के 38 नेताओं और उनके परिवारों की सुरक्षा वापस लेने का आरोप लगाया था। इस बीच, केन्द्र सरकार ने कल शिवसेना के 15 असंतुष्ट विधायकों को वाई-प्लस श्रेणी की सुरक्षा दे दी। केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल के जवान उनकी सुरक्षा में तैनात रहेंगे।
'बाप' नहीं बदलते
संजय राउत ने आग में धी का काम किया, जब उन्होंने कहा- ''...बागी विधायकों का जमीर मर गया है, वो सिर्फ कहने भर को जिन्दा है, लोग अपना बाप बदल लेते हैं, बेईमान होते हैं, पार्टी में खाते हैं पीते हैं, ...हम लोग कभी आपना बाप नहीं बदलते। ...तो यहां तो उनकी केवल बॉडी आएगी।" इससे पहले संजय राउत ने कहा था- "...एकनाथ शिंदे हमारे करीबी हैं, गुवाहाटी में बैठा हर विधायक हमारा करीबी है...।"
किसने क्या कहा ?
"...आज मैं केन्द्रीय मंत्री हूं, ...टोपे राज्य में मंत्री है, मुझे ढाई साल हो गए... आपको अपने कार्यवकाल में और कोई काम करना है, तो जल्द कर लो। समय निकलता जा रहा है... हम केवल 2-3 दिन विपक्ष में हैं...।" - रावसाहे दानवे, केन्द्रीय मंत्री
"...असली ताकत शिव सैनिक हैं। परसों तक जो मेरी गाड़ी में बैठते थे, वो भी चले गए। यह जो परिस्थिति हमारे सामने आई यह ऐसे समय में फायदा लिया गया है, जब उद्धव ठाकरे बीमार है...।Ó -आदित्य ठाकरे, उद्धव के पुत्र
"एक शिंदे ने हम सभी विधायकों के अनुराध पर ही हम सब के फायदे के लिए ही ये भूमिका निभाई है..." - भरत गोगावले, बागी विधायक
जिनके दाऊद से कनेक्शन, उनको शिवसेना कैसे दे सकती है समर्थन : शिंदे
संजय राउत ने आग में धी का काम किया, जब उन्होंने कहा- ''...बागी विधायकों का जमीर मर गया है, वो सिर्फ कहने भर को जिन्दा है, लोग अपना बाप बदल लेते हैं, बेईमान होते हैं, पार्टी में खाते हैं पीते हैं, ...हम लोग कभी आपना बाप नहीं बदलते। ...तो यहां तो उनकी केवल बॉडी आएगी।" इससे पहले संजय राउत ने कहा था- "...एकनाथ शिंदे हमारे करीबी हैं, गुवाहाटी में बैठा हर विधायक हमारा करीबी है...।"
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Staying on the side of Eknath Shinde makes Me feel that i am taking the perfect decision to save our religion and shivasainiks from evil. #MiShivsainik -@greatlucifer4u |
"...आज मैं केन्द्रीय मंत्री हूं, ...टोपे राज्य में मंत्री है, मुझे ढाई साल हो गए... आपको अपने कार्यवकाल में और कोई काम करना है, तो जल्द कर लो। समय निकलता जा रहा है... हम केवल 2-3 दिन विपक्ष में हैं...।" - रावसाहे दानवे, केन्द्रीय मंत्री
"...असली ताकत शिव सैनिक हैं। परसों तक जो मेरी गाड़ी में बैठते थे, वो भी चले गए। यह जो परिस्थिति हमारे सामने आई यह ऐसे समय में फायदा लिया गया है, जब उद्धव ठाकरे बीमार है...।Ó -आदित्य ठाकरे, उद्धव के पुत्र
"एक शिंदे ने हम सभी विधायकों के अनुराध पर ही हम सब के फायदे के लिए ही ये भूमिका निभाई है..." - भरत गोगावले, बागी विधायक
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महाराष्ट्र में चल रहे सियासी घमासान के बीच शिवसेना के बागी विधायक एकनाथ शिंदे ने एक बार फिर (रविवार, 26 जून को) ट्वीट में उद्धव ठाकरे कर निशाना साधा। उन्होंने बाला साहब ठाकरे के सिद्धांतों की याद दिलाते हुए मुंबई बम विस्फोट और दाऊद से जुड़े लोगों को शिवसेना से मिल रहे समर्थन पर सवाल खड़े किए। शिंदे ने बगावत का कारण बताते हुए संजय राउत को भी अपने निशाने पर लिया और ट्वीट में उन्होंने लिखा- बाला साहब ठाकरे के सिद्धांतों की याद दिलाते हुए मुंबई बम विस्फोट और दाऊद से जुड़े लोगों को शिवसेना से मिल रहे समर्थन पर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने ये भी बताया कि शिवसेना में जो दो फाड़ हुई है उसका कारण भी यही है कि शिवसेना ने ऐसे लोगों को अपना समर्थन दिया। (मुंबई बाँबस्फोट घडवून निष्पाप मुंबईकरांचा जीव घेणाऱ्या दाऊदशी थेट संबंध असणाऱ्यांना हिंदुहृदयसम्राट वंदनीय बाळासाहेब ठाकरे यांची शिवसेना समर्थन कशी करू शकते…?
यालाच विरोध म्हणून उचललेलं हे पाऊल; आम्हा सर्वांना मृत्यूच्या दारात घेऊन गेले तरी बेहत्तर... -@@mieknathshinde एकनाथ शिंदे (9:44 PM · Jun 26, 2022)
इस बीच एकनाथ शिंदे के मनसे प्रमुख राज ठाकरे से भी रिपोर्ट मिल रही है। एकनाथ शिंदे ने अपने ट्वीट में लिखा, “मुंबई बम ब्लास्ट में निर्दोषों की हत्या करने वाले और दाऊद इब्राहिम से रिश्ता रखने वालों का हिन्दू हृदय सम्राट बाला साहेब ठाकरे की शिवसेना कैसे समर्थन कर सकती है ? हमने अपने कदम इसी की खिलाफत में उठाए हैं। अगर हमें मौत भी आती है तो कोई दिक्क्त नहीं है। अपने इस ट्वीट में एकनाथ शिंदे ने संजय राऊत को टैग भी किया है। साथ ही #MiShivsainik (मैं शिवसैनिक) का हैशटैग भी दिया है। एकनाथ के इस ट्वीट को संजय राऊत द्वारा बागी विधायकों को दी जा रही मौत और हिंसा की धमकियों का जवाब माना जा रहा है।
मनसे प्रमुख राज ठाकरे से फोन पर बात
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, एकनाथ शिंदे ने जहाँ उद्धव सरकार के विरोध में मोर्चा खोलने के साथ उनके (उद्धव के) भाई व मनसे प्रमुख राज ठाकरे से फोन पर बात की है। उन्होंने कूल्हे की सर्जरी करवा कर अस्पताल से रविवार (26 जून 2022) को घर लौटे राज ठाकरे का हालचाल पूछा। फिलहाल जानकारी के अनुसार राज ठाकरे के स्वास्थ्य में सुधार हो रहा है।
इस बीच महाराष्ट्र में संजय राऊत का विरोध हो रहा है। कई स्थानों पर राऊत के पुतले जलाए गए। सोशल मीडिया पर भी उनके खिलाफ ट्रेंड चल रहे हैं। ठाणे में एकनाथ शिंदे समर्थकों ने ‘एकनाथ आगे बढ़ो, हम तुम्हारे साथ हैं’ और ‘संजय राऊत हाय-हाय’ का नारा लगाया। ठाणे में विरोध प्रदर्शन में कुछ लोग खुद को बाला साहब का शिवसैनिक बताते हुए शिवसेना में हुई फूट का जिम्मेदार संजय राऊत को बताते दिखाई दे रहे हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, एकनाथ शिंदे ने जहाँ उद्धव सरकार के विरोध में मोर्चा खोलने के साथ उनके (उद्धव के) भाई व मनसे प्रमुख राज ठाकरे से फोन पर बात की है। उन्होंने कूल्हे की सर्जरी करवा कर अस्पताल से रविवार (26 जून 2022) को घर लौटे राज ठाकरे का हालचाल पूछा। फिलहाल जानकारी के अनुसार राज ठाकरे के स्वास्थ्य में सुधार हो रहा है।
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ठाणे में लगे एकनाथ शिंदे के समर्थन में होल्डिंग्स |
आज (27_जून) अभी 11.45AM सातवां मैटर सुप्रीम कोर्ट में चल रहा है, 23 केस के बाद महाराष्ट्र का मैटर सुना जाएगा, क्योंकि महाराष्ट्र का केस 34/35 नंबर पर लिस्टेड है. इसलिए पूरी संभावना है, केस लंच के बाद सुप्रीम कोर्ट सुने...! -@DharmNagari
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- #सोशल_मीडिया में प्रतिक्रिया...
हिंसा के लिए भड़काने क्यों नहीं होती गिरफ़्तारी ?
भाजपा कभी भी अपनो का साथ नही देती। संजय राउत ने लोगों को हिंसा के लिए भड़काया और तोड़-फोड़ शुरू हो गई। राज्यपाल व केंद्र सरकार क्या तमाशा देखने के लिए है। क्यों राउत को गिरफ्तार नहीं किया जा रहा ? जब तक महाराष्ट्र का राजनीतिक संकट समाधान तक नही पहुंचता तब तक राज्य सरकार को स्थापित कर राज्यपाल को अधिकार दिए जाएं ।
महाराष्ट्र का राजनीतिक संकट उतना बड़ा नही है जितना बनाया जा रहा है... बागी विधायक बहुमत में है अतः सारे बागी भाजपा मे शामिल हो जाए तो राजनीतिक संकट खत्म और दलबदल कानून भी इनका कुछ नहीं बिगाड़ पायेगा क्योंकि इनके पास बहुमत है!
राजनीतिक संकट बनाया जा रहा है... इसके निर्माता निर्देशक मोटा भाई गुजरात वाले है! यहाँ भाजपा सरकार बनाने के लिए मरी नही जा रही है... यहाँ इनका उद्देश्य है उद्धव ठाकरे को सबक सिखाना! यह क्रूरता है निर्ममता है... सारे विश्वासघातियों को भाजपा की सीधी चुनौती है! ये जो गाली मुहल्ले में चाणक्य बने घूम रहे हैं उनकी गहराई नापी जा रही है! जैसे पहले गाँवो में दुराचारियों और बलात्कारियों को अधगंजा करके मूंह काला करके गधे पर बैठाकर गांव में घुमाते थे ना... उद्धव और शरद के साथ यही हो रहा है! मोटा भाई इनके अहंकार और इनकी माफ़िया मानसिकता को गधे पर बैठाकर पूरे गांव में घुमा रहे है इनका तबीयत से मान मर्दन कर रहे है! आज सारे विधायकों को भाजपा की सदस्यता दे दो कल भाजपा की सरकार और परसों राजनैतिक संकट समाप्त पर... नही करना है समाप्त!
ये जो टेढ़े मूंह वाला D कंपनी के दम पर महाराष्ट्र का लोकल चाणक्य बना बैठा है उसे पूरा समय दिया जा रहा है कि भाई आओ बचा लो अपना नाड़ा खुलने से! मैंने भाजपा को इतना क्रूर निर्दयी इतना निर्मम इतना बेरहम कभी नहीं देखा! अजीत पवार वाला जो खेल शरद पवार ने खेला था वो अपमान मोटा भाई और नरेंद्र भाई भूल नही पाये हैं! महाराष्ट्र में कुछ घंटो की सरकार बनने से पहले शरद पवार और प्रधानमंत्री मोदी जी के बीच एक मीटिंग हुई थी और इसी मीटिंग में महाराष्ट्र में भाजपा और NCP की सरकार बननी तय हुई थी लेकिन बाद में शरद पवार पलट गए और शवसेना कांग्रेस के साथ मिलकर सरकार बना ली! राजनीति मे ऐसी गुप्त बातो की एक अलग मर्यादा होती है कोई कभी भी बंद कमरे के राज नही खोलता है और बंद कमरे में कोई जबान दी जाती हैं तो उसे निभाया जाता है पर शरद पवार ने लक्ष्मण रेखा पार की और प्रधानमंत्री स्तर के आदमी के साथ विश्वासघात किया! मोदी जी को जहर पीने की पुरानी आदत है अतः वे उस समय जहर का घूँट पीकर रह गए पर वे इस अपमान को नही भूले!
मैंने उस समय भी लिखा था कि ये 2 गुजराती उद्धव और शरद को समय आने पर बहुत कठोर सबक सिखायेंगे... ये वही हो रहा है! आज तक प्रधानमंत्री जी को जितना में समझ पाया हूँ उस आधार पर कह रहा हूँ कि महाराष्ट्र में भाजपा सरकार बनाने की जल्दबाजी में बिल्कुल नही है वहाँ प्रतिशोध लिया जा रहा है!
महाराष्ट्र में खेल लंबा चल सकता हैं क्योंकि देर सबेर वसूली के पैसे से चलने वाली पार्टी अपने चिल्लर समर्थको को हिंसा के लिए जरूर उकसाएंगे... उसी की प्रतीक्षा हो रही है... तभी निर्णायक वार होगा! संजय राउत ऐसे रगडा जायेगा जैसे ट्रैक्टर के नीचे कोई पिल्ला आ गया हो! अतः... भाजपा के फूफाओ से निवेदन है, शांति बनाये रखे ज्यादा बेचैन मत हो! अभी पिक्चर बाकी है ! ये धैर्यहीन लोग अब पोस्ट करने लगे है, कि महाराष्ट्र में संकट बहुत लंबा खिंच रहा है ऐसे में सारे विधायक भाग गए तो क्या होगा.... ये हुआ तो क्या होगा वो हुआ तो क्या होगा...

देखो भाई... जिसे भागना है भाग जाए जिसे सरकार बनानी है बना ले... मोटा भाई को निकालनी है उद्धव की ट#टी और वो निकाल कर ही मानेगा ! यह लडाई राजनीति से ऊपर उठकर लडी जा रही है, यहाँ अब हार जीत की भी कोई खास चिंता नहीं है... यहाँ भाजपा अपनी जीवटता दिखा रही है और लड़ रही हैं... इस भावना को प्रणाम! यही वो चीज थी जो भाजपा में नहीं थी खैर देर सबेर ही सही भाजपा अटल आडवाणी के युग से निकल रही है! #सोशल_मीडिया से साभार
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This is how he plays with emotion of shiv sainiks all these years, so cunning. #WeSupportEknathShinde #EknathShinde -@ParasPublic_FC
For the first time in history of India, government in any state will fall for not supporting Hindutva. This shows Hindus are rising in #India
Hindus are with you,#EknathShinde #MaharashtraCrisis #HindutvaForever #UddhavThackarey #MahaAghadiRevolt #MaharashtraPoliticalCrisis -@sarinmall85
#संजय_राऊत_भड़वा_है Real shiv saniks burned Posters of Sanjay Raut & chanted slogans in Thane 😅😂 -@SacchekaBolbala
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Any Doubt ? -@Parthkarnavati
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This only proves that Sanjay Raut is a realtime bh@dve
#संजय_राऊत_भड़वा_है #संजय_राऊत_भड़वा_है -@jiyhobiharklala
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उद्धव ठाकरे के निंदनीय कृत्य (पाप)-
▪️पालघर साधू हत्या पर कोई कार्रवाई नहीं, ईसाई, मुस्लिम गुंडों को बचाया
▪️सुशांत सिंह राजपूत की हत्या के सबूत मिटाए, रिया चक्रवर्ती को जांच से बचाने के लिए पुलिस का दुरूपयोग
▪️कंगना रानावत का घर तोड़ दिया परन्तु हाइकोर्ट के आदेश के बावजूद 17 अवैध बिल्डिंगों पर कोई कार्रवाई नहीं की क्योंकि वो मुसलामानों से संबंधित थी।
▪️दाऊद इब्राहिम और जाकिर नायक की अवैध संपति पर कोई कार्रवाई नहीं की।
▪️हकले शाहरुख के नशेड़ी बेटे को जेल जाने से बचाया
▪️हनुमान चालीसा पढ़ने से रोकने के लिए नवनीत राणा पर राष्ट्रद्रोह का केस लगाकर जेल में डाला
▪️केतकी को शरद पवार पर जोक बनाने पर बिना किसी कारण जेल में डाला
▪️ हिन्दुत्ववादी पत्रकार अरनब गोस्वामी सहित अनेकों पत्रकारों को बेवजह जेल में डाला
▪️गुंडों ,माफियाओं की तरह मुंबई की जनता से 100 करोड़ रुपये महीना की अवैध वसूली।
▪️औरंगजेब की मजार पर 100 करोड़ रुपये का बजट और सरकारी सुरक्षा।
▪️गृहमंत्री समेत 3 मंत्री जेल में हैं फिर भी पद से इस्तीफा नहीं लिया।
▪️शरद पवार पर ED की पूछताछ में अड़ंगा लगाकर रोक दिया, महाराष्ट्र में सीबीआई को बैन करके संविधान की धज्जियाँ उड़ाई।
▪️पेट्रोल, डीज़ल पर अतिरिक्त लोकल टैक्स लगाया। प्रोपर्टी टैक्स 10% बढ़ा दिया।
▪️शिवसेना को सोनिया सेना बनाकर दो दो पासपोर्ट रखने वाले कांग्रेसी जेहादी को एयर पोर्ट पर पकड़े जाने पर छोड़ दिया।
बाला साहब ठाकरे का नाम मिट्टी में मिला दिया, हिन्दुत्ववादी पार्टी को मुस्लिम पार्टी बनाकर पूरे महाराष्ट्र को बर्बाद कर दिया।
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महा विकास अघाड़ी (MVA) गठबंधन ने सदन में बहुमत खो दिया है क्योंकि शिवसेना विधायक दल के 38 सदस्यों ने अपना समर्थन वापस ले लिया है और इस तरह सदन में बहुमत से नीचे आ गया है: सुप्रीम कोर्ट में दायर अपनी याचिका में एकनाथ शिंदे
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being updated shortly -
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