भोपाल में बनेगा 17 किमी. लंबा केबल ब्रिज, केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने दी प्रारंभिक सहमति ! केबल ब्रिज में...

बड़े तालाब से 2 Km का एलीवेटेड ब्रिज भी 
प्रतीकत्मक फोटो 

धर्म नगरी / DN News
(W.app- 8109107075 -न्यूज़, कवरेज, शुभकामना, फ्री कॉपी पाने हेतु)

मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में 17 किमी. लंबा केबल ब्रिज बनेगा। ब्रिज में बड़े तालाब से दो किमी का एलीवेटेड ब्रिज भी सम्मिलित है। केन्द्रीय सड़क एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने इस बड़े प्रोजेक्ट्स को लेकर प्रारंभिक सहमति दे दी है। यह केबल ब्रिज बिहार के बाद देश में दूसरा सबसे लंबा ब्रिज बताया जा रहा है। इस ब्रिज के माध्यम से भोपाल शहर में रानी कमलापति रेलवे स्टेशन से राजा भोज एयरपोर्ट (भोपाल एयरपोर्ट) जाने वाले यात्रियों को बहुत सुविधा होगी और बिना ट्रैफिक जाम के सहजता से यात्रा कर सकेंगे। 

भोपाल सांसद आलोक शर्मा के अनुसार, दिल्ली में भोपाल के दो बड़े प्रोजेक्ट्स को लेकर केन्द्रीय मंत्री नितित गडकरी से मिले और इस दौरान नितिन गडकरी ने दोनों ही प्रोजेक्ट्स को भोपाल के लिए अति आवश्यक बताते हुए प्रारंभिक सहमति प्रदान की है।

बनेगा 17 किमी. लंबा केबल ब्रिज !
केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने भोपाल में रानी कमलापति रेलवे स्टेशन से एयरपोर्ट तक 17 किमी. लंबे केबल ब्रिज का प्रस्ताव को देखा व समझा। इसमें बड़े तालाब से दो किमी का एलीवेटेड ब्रिज भी है। उल्लेखनीय है, भोपाल शहर के ट्रॉफिक के कारण एयरपोर्ट तक जाने में बहुत समय लगता है, इस कारण इसके लिए अलग से ब्रिज की आवश्यकता का अनुभव किया जा रहा है, जिससे एयरपोर्ट तक आसानी से पहुंचा जा सके। जानकारों के अनुसार, प्रोजेक्ट स्वीकार होने पर राजा भोज विमानतल (भोपाल एयरपोर्ट) से रानी कमलापति रेलवे स्टेशन तक 17 किमी।  की दूरी 4 किमी घटेगी। इससे 15 मिनट का समय भी बचेगा। 


उल्लेखनीय है, भोपाल शहर के बड़े तालाब में राजाभोज सेतु (केबल स्टे ब्रिज) है। यह भोपाल ही नहीं, मध्य प्रदेश का यह पहला केबल स्टे ब्रिज है।
ब्रिज 12 मीटर चौड़ा है, जिसके दोनों तरफ ढाई-ढाई मीटर फुटपाथ है। ब्रिज निर्माण में देरी की बड़ी वजह वहां मस्जिद है, जिसे अधिकारीयों शिफ्ट करने बहुत पहले परी पार्क में जमीन दी गई थी। पुराने भोपाल के वरिष्ठ नागरिकों की माने, तो जमीन भी ले लिया गया और मस्जिद को भी शिफ्ट नहीं करने दिया गया। इससे सम्भवतः ब्रिज की तीन बार डीपीआर रिपोर्ट  बनीं।  फिर ब्रिज के निर्माण में देरी के कारण इसकी लागत 20 करोड़ से 40 करोड़ हो गई थी। हर दिन ये केबल पुल अनुमानित तौर पर दो लाख वाहनों का भार उठा सकता है। ब्रिज का शुभारम्भ 25 मई 2017 को केंद्र में मोदी सरकार के तीन वर्ष पूरा होने पर तत्कालीन सीएम शिवराजसिंह चौहान ने लोकार्पण किया था। 
----------------------------------------------

अगर आप भी आगामी "धर्म नगरी" की फ्री कॉपी अपने घर / कार्यालय पर पाने हेतु हमें अपना पूरा पता पोस्टल पिन कोड सहित sms या व्हाट्सएप 8109107075 करें, आपको ChoiceFinX एप एवं www.bhoomiserenity.com बिल्डर्स के सौजन्य से कॉपी फ्री भेजी जाएगी।
---------------------------------------------
करोंद से बैरसिया तक फोरलेन
केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने दूसरे प्रोजेक्ट में भोपाल के करोंद से बैरसिया तक के रोड को भी फोरलेन करने का प्रस्ताव को समझा, जिसे पीएम गति-शक्ति योजना के अंतर्गत स्वीकृति दी गई है। यह 35 किमी का रोड रहेगा, जो नेशनल हाईवे (एनएच)-146 को 346 से जोड़ेगा। इन दोनों ही बड़े प्रोजेक्ट्स के पूरा होने पर भोपाल के लोगों को ट्रैफिक जाम से बहुत राहत मिलेगी और आवागमन आसान हो जाएगा।

--------------------------------------------
आप पढ़ / देख सुन रहे हैं ☟
http://www.dharmnagari.com 
धर्म नगरी से जुड़ें- धर्म नगरी / DN News का प्रकाशन का 14वां वर्ष चल रहा है। इसे और भी मुखर व उपयोगी बनाते हुए प्रसार किया जा रहा है। अब केवल एक बार वर्ष में अपनी सामर्थ्य से स्वेच्छानुसार सहयोग देने पर नियमित फ्री कॉपी भेजी जाएगी। साथ ही दिए सहयोग के अनुसार "धर्म नगरी" में फोटो सहित विशेष कवरेज के साथ अतिरिक्त कॉपियां सहयोग देने (शुभकामना, विज्ञापन आदि के रूप में) देने वाले महानुभाव को भेजी जाएंगी। "धर्म नगरी" प्रत्येक वार्ड (शहरों में) कस्बे (ग्रामीण अंचलों) हेतु आप भी पार्ट-टाइम स्थानीय प्रतिनिधि-कम-रिपोर्टर नियुक्त हेतु कार्य करने के इच्छुक संपर्क करें। कार्य हेतु नियमानुसार वेतन या मानदेय भी ससम्मान दिया दिया जाएगा।   

No comments