महाकाल लोक : महाकाल लोक का PM मोदी करेंगे उद्घाटन, पूरे राज्‍य में 11 अक्टूबर को "दीपोत्‍सव" का आयोजन


856 करोड़ रु की महाकालेश्वर मंदिर कॉरिडोर परियोजना के पहले चरण का शुभारंभ
- लोकार्पण सायं 6 बजे कार्तिक मेला ग्राउंड उज्जैन में होगा,
- समारोह में राज्यपाल मंगुभाई पटेल, CM शिवराजसिंह चौहान भी रहेंगे, 
- मध्य प्रदेश के सभी 52 जिलों में दीपावली जैसे दीपोत्‍सव का आयोजन,
धर्म नगरी / DN News 
(W.app- 8109107075 -न्यूज़, कवरेज, विज्ञापन व सदस्यता हेतु)
राजेश पाठक अवैतनिक संपादक 

उज्‍जैन में नव-निर्मित महाकाल लोक के उद्धाटन के दिन मंगलवार (11 अक्टूबर) को पूरे राज्‍य में दीपावली जैसे दीपोत्‍सव का आयोजन किया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी दक्षिणमुखी स्वयंभू महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर में "महाकाल लोक" का लोकार्पण करेंगे। इस अवसर पर सायं 6 बजे वह कार्तिक मेला ग्राउंड उज्‍जैन में जनसभा को भी संबोधित करेंगे।

मध्यप्रदेश के सभी 52 जिलों में प्रमुख मंदिरों और धार्मिक स्थलों में दीप जलाएं जाएंगे और आकर्षक साज-सज्जा होगी। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी आम लोगों से घर-घर में दीप जलाने की अपील की है। लोकार्पण समारोह का प्रदेश भर में सीधा प्रसारण भी किया जाएगा। 

उज्जैन, पुरानी क्षिप्रा नदी के तट पर स्थित, एक प्राचीन शहर है जिसे पहले उज्जैनी और अवंतिका के नाम से भी जाना जाता था और यह नगर राजा विक्रमादित्य की कथा से जुड़ा हुआ है। महाकाल लोक के शुभारंभ से इस क्षेत्र में धार्मिक पर्यटन के माध्यम से रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे। उज्जैन के पास मांडू, ओंकारेश्वर और मंदसौर में प्रसिद्ध पशुपतिनाथ का मंदिर है। इसके फलस्वरूप मालवा का यह सम्पूर्ण क्षेत्र धार्मिक कॉरिडोर के रूप में बड़े पैमाने पर रोज़गार को बढ़ावा देगा। 

महाकालेश्वर मंदिर भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंग में से एक है, जहां देश-विदेश से श्रद्धालु-भक्त एवं पर्यटक साल भर दर्शन, पूजा-अर्चना के लिए आते हैं। चारों युग- सतयुग, त्रेतायुग, द्वापरयुग व कलियुग में महाकाल की महिमा का उल्लेख मिलता है। महाभारत, स्कंद पुराण, भगवान श्रीकृष्ण रचित महाकाल सहस्त्रनामवली में महाकाल की आराधना है। 

सातवीं शताब्दी में बाणभट्ट ने महाकाल मंदिर के वैभव को रेखांकित किया। राजा भोज ने महाकाल मंदिर का विस्तार करवाकर वैभव को बढ़ाया। उज्जैन के पुरातत्ववेत्ता डा. रमण सोलंकी के अनुसार,  
महाकाल मंदिर में वर्ष 1005 से 11वीं शताब्दी तक अनेक निर्माण हुए। राजाभोज के वंशज उदयादित्य ने मंदिर का जीर्णोद्धार कराया था। उस दौर के शिलालेख आज भी हैं। महाकाल लोक के लोकार्पण से इस महान मंदिर के इतिहास में नया अध्याय जुड़ेगा।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 11 अक्टूबर को उज्जैन में 856 करोड़ रुपये की महाकालेश्वर मंदिर कॉरिडोर विकास परियोजना के पहले चरण की शुरुआत करेंगे। कॉरिडोर पुरानी रुद्रसागर झील के पास है, जिसे प्राचीन महाकालेश्वर मंदिर के आसपास पुनर्विकास परियोजना के हिस्से के रूप में भी पुनर्जीवित किया गया है। 
एक दृष्टि में-

- परियोजना /कॉरिडोर के प्रवेश द्वार, स्तंभों की एक आलीशान स्तम्भावली और शिव पुराण की कहानियों को दर्शाने वाले 50 से अधिक भित्ति-चित्रों की श्रृंखला उज्जैन में नवनिर्मित 'महाकाल लोक' की शोभा बढ़ा रहे हैं।

-दो भव्य प्रवेश द्वार, बलुआ पत्थरों से बने जटिल नक्काशीदार 108 अलंकृत स्तंभों की एक आलीशान स्तम्भावली, फव्वारों और शिव पुराण की कहानियों को दर्शाने वाले 50 से अधिक भित्ति-चित्रों की एक श्रृंखला मध्य प्रदेश के उज्जैन शहर में नवनिर्मित 'महाकाल लोक' की शोभा बढ़ा रहे हैं।

- दो राजसी प्रवेश द्वार- नंदी द्वार और पिनाकी द्वार - थोड़ी-थोड़ी दूरी पर कॉरिडोर के शुरुआती बिंदु के पास बनाए गए हैं, जो प्राचीन मंदिर के प्रवेश द्वार तक जाते हैं और रास्ते भर सौंदर्य के दृश्य प्रस्तुत करते हैं.


मूर्तियाँ-
महाकाल लोक परिसर में 18 फीट की आठ प्रतिमाएं हैं। महाकाल लोक के नाइट गार्डन में भगवान शिव की लीलाओं पर आधारित 190 मूर्तियां हैं। 108 स्तंभ स्थापित किए गए हैं, जिन पर भगवान शिव और उनके गणों की विभिन्न मुद्राएं बनी हुई हैं। पूरे परिसर में 18 फीट की 8 प्रतिमाएं हैं। इनमें नटराज, शिव, गणेश, कार्तिकेय, दत्तात्रेय अवतार, पंचमुखी हनुमान, चंद्रशेखर महादेव की कहानी, शिव और सती, समुद्र मंथन दृश्य इसमें शामिल है। 

इसके अतिरिक्त 23 प्रतिमाएं 15 फीट ऊंचाई की हैं, जिनमें शिव नृत्य, 11 रुद्र, महेश्वर अवतार, अघोर अवतार, काल भैरव, शरभ अवतार, खंडोबा अवतार, वीरभद्र द्वारा दक्ष वध, शिव बारात, मणि भद्र, गणेश और कार्तिकेय से साथ पार्वती, सूर्य और कपालमोचक शिव शामिल हैं। जबकि, 17 प्रतिमाएं 11 फीट की हैं। इनमें प्रवेश द्वार पर श्री गणेश, अर्द्धनारीश्वर, अष्ट भैरव, ऋषि भारद्वाज, वशिष्ठ, विश्वमित्र, गौतम, कश्यप, जमदग्नी शामिल हैं। 8 प्रतिमाएं महाकाल लोक में 10 फीट की है। इनमें लेटे हुए गणेश, हनुमान शिव अवतार, सरस्वती, लक्ष्मी, पार्वती, लकुलेश, पार्वती के साथ खेलते गणेश की प्रतिमा शामिल है। इसके साथ, 9 फीट की 19 प्रतिमाएं हैं, जिनमें यक्ष-यक्षिणी, सिंह, बटुक भैरव, सती, पार्वती, ऋषि भृंगी, विष्णु, नंदीकेश्वर, शिवभक्त, रावण, श्रीराम, परशुराम, अर्जुन, सती, ऋषि शुक्राचार्य, शनिदेव, ऋषि, दधिचि की प्रतिमाएं शामिल हैं।

कुल मिलकर 175 मूर्तियाँ है, जो FRP मटेरियल से बनीं हैं। इससे बनीं मूर्तियाँ वजन में हल्की होती हैं। लोक में 131 मूर्तियों के सेट होंगे, जिनमें 82 मूर्तियाँ लग चुकी हैं  

-900 मीटर से अधिक लंबा कॉरिडोर भारत में अब तक निर्मित ऐसे सबसे बड़े गलियारों में से एक है। यह कॉरिडोर पुरानी रुद्रसागर झील के पास है, जिसे प्राचीन महाकालेश्वर मंदिर के आसपास पुनर्विकास परियोजना के हिस्से के रूप में भी पुनर्जीवित किया गया है।

- परियोजना के निर्माण में राजस्थान में बंसी पहाड़पुर क्षेत्र से प्राप्त बलुआ पत्थरों का उपयोग उन संरचनाओं के निर्माण के लिए किया गया है, जो इस कॉरिडोर की शोभा बढ़ाते हैं। राजस्थान, गुजरात और उड़ीसा के कलाकारों एवं शिल्पकारों ने मुख्य रूप से पत्थरों को तराशकर और उन्हें अलंकृत कर सौंदर्य स्तंभों और पैनल का सुन्दर स्वरुप दिया है। 
देखें- भव्य "महाकाल लोक" परिसर की एक झलक-
 

- कॉरिडोर में आने वाले लोगों को तमाम अत्याधुनिक सुविधाएं भी उपलब्ध कराई जाएंगी
 एक नियमित अंतराल पर त्रिशूल-शैली की डिजाइन पर सजावटी तत्वों के साथ 108 स्तंभ, सीसीटीवी कैमरे और सार्वजनिक संबोधन प्रणाली को सामंजस्यपूर्ण रूप से सम्मिलित किया गया है उज्जैन स्मार्ट सिटी परियोजना के मुख्य कार्यकारी अधिकारी आशीष कुमार पाठक ने बताया, कि उज्जैन एक प्राचीन और पवित्र शहर है तथा पुराने हिंदू ग्रंथों में महाकालेश्वर मंदिर के आसपास महाकाल वन का वर्णन है। 

-महाकाल लोक जितना सुंदर हैं, उतना ही आकर्षक है। इसमें विभिन्न प्रकार के 7000 लाइट का उपयोग किया गया है।  

देखें- महाकाल लोक- एक झलक : @MIB_India - Ministry of Information and Broadcasting (12:18 PM · Oct 11, 2022)

------------------------------------------------
इसे भी पढ़ें /देखें-  
आज 10 अक्टूबर सोमवार : प्रमुख समाचार पत्रों की "हेड लाइन्स" व महत्वपूर्ण संक्षिप्त समाचार
http://www.dharmnagari.com/2022/10/Todays-10-Oct-2022-Monday-Newspapers-Head-Lines-and-Informative-News.html
#Social_Media : श्रीकृष्ण की बेट द्वारिका पुलिस छावनी बनी... !
http://www.dharmnagari.com/2022/10/Aaj-ke-selected-Posts-Tweets-Comments-Saturday-08-Oct-2022.html
"धर्म नगरी" के विस्तार, DN News के प्रसार एवं एक तथ्यात्मक सूचनात्मक व रोचक (factual & informative & interesting), राष्ट्रवादी समसामयिक साप्ताहिक मैगजीन हेतु "संरक्षक" / NRI / इंवेस्टर चाहिए। उत्तर प्रदेश एवं उत्तराखंड सहित अन्य राज्यों में स्थानीय रिपोर्टर या स्थानीय प्रतिनिधि (जहाँ नहीं हैं) तुरंत चाहिए।  -प्रबंध संपादक  
----------------------------------------------

इतिहास में जुड़ रहा एक नया अध्याय- 
महाकाल लोक महाकाल लोक के लोकार्पण के साथ ही, उज्जैन के 5000 वर्षों के लिखित-पूजित इतिहास में एक और नया अध्याय जुड़ रहा है। महाकवि कालिदास व जनकवि तुलसीदास की रचनाओं में महाकाल मंदिर व उज्जैन का उल्लेख मिलता है। राजा विक्रमादित्य, राजा चंद्रप्रधोत, राजा भोज ने भी इस मंदिर में निर्माण कार्य करवाया था। बाद में हर कालखंड में हिंदू सम्राट से लेकर सिंधिया वंश के राजा यहां पूजन-अर्चन करते रहे। यह भूमि सदियों से भारत के शास्त्रों, ग्रंथों में उल्लिखित और लोक जीवन में पूजनीय है। महाकाल मंदिर का जो वर्तमान स्वरूप है, उसे वर्ष 1734 से लेकर 1863 के बीच मराठा शासकों ने बनवाया था।

महाकाल लोक बनाने के लिए मध्य प्रदेश पुरातत्व विभाग ने एक वर्ष पहले मंदिर परिसर में खुदाई करवाई। यहां से मिट्टी के बर्तन, ईट आदि के रूप में 2000 वर्ष पुराने शुंग कालीन प्रमाण प्राप्त हो चुके हैं। इसके साथ लगभग 1000 वर्ष पुराना शिव मंदिर, चतुर्भुजी चामुंडा, अष्टभुजी गणेश, तिरपुरांतक शिव, कार्तिकेय की पत्नी कौमारी की मूर्तियां भी प्राप्त हुई हैं। इनके चलते महाकाल मंदिर धर्म, संस्कृति, इतिहास के रहस्यों को जानने व समझने का प्राचीन केंद्र भी है।

----------------------------------------------
    "धर्म नगरी" व DN News का विस्तार प्रत्येक जिले के ग्रामीण व शहरी क्षेत्र में हो रहा है। प्रतियों को नि:शुल्क देशभर में धर्मनिष्ठ संतो आश्रम को भेजने हेतु हमें दानदाताओं की आवश्यकता है। साथ ही "धर्म नगरी" के विस्तार हेतु बिजनेस पार्टनर / प्रसार प्रबंधक की आवश्यकता है। -प्रबंध संपादक  email- dharm.nagari@gmail.com Twitter- @DharmNagari W.app- 8109107075 
बैंक का डिटेल "धर्म नगरी" की सदस्यता, शुभकामना-विज्ञापन या दान देने अथवा अपने नाम (की सील के साथ) से लेख / कॉलम / इंटरव्यू सहित "धर्म नगरी" की प्रतियां अपनों को देशभर में भिजवाने हेतु है। ध्यान रखें, आपके सहयोग से हम आपके ही नाम से "धर्म नगरी" की प्रति आप जहाँ चाहते हैं, भिजवाते / बटवाते हैं। -प्रसार प्रबंधक  
----------------------------------------------------
कथा हेतु सम्पर्क करें- व्यासपीठ की गरिमा एवं मर्यादा के अनुसार श्रीराम कथा, वाल्मीकि रामायण, श्रीमद भागवत कथा, शिव महापुराण या अन्य पौराणिक कथा करवाने हेतु संपर्क करें। कथा आप अपने बजट या आर्थिक क्षमता के अनुसार शहरी या ग्रामीण क्षेत्र में अथवा विदेश में करवाएं, हमारा कथा के आयोजन की योजना, मीडिया-प्रचार आदि में भी सहयोग रहेगा। -प्रसार प्रबंधक "धर्म नगरी / DN News" मो.9752404020, 8109107075-वाट्सएप ट्वीटर / Koo / इंस्टाग्राम- @DharmNagari ईमेल- dharm.nagari@gmail.com यूट्यूब- #DharmNagari_News    

No comments