मध्य प्रदेश : तीर्थ दर्शन योजना का होगा विस्तार, नए स्थल जुड़ेंगे, CM ने वर्चुअल झंडी दिखाकर...
उज्जैन से अयोध्या व वाराणसी जा रही यात्रा को दी विदाई
धर्म नगरी / DN News
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अयोध्या में भगवान श्रीराम के धाम को जो शोभा प्रदान की, उस पर हम सभी को गर्व है। प्रदेश में वर्ष 2018 से आरंभ हुई योजना का प्रतिवर्ष का बजट 50 करोड़ रुपये से अधिक है। मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना में हवाई यात्रा के माध्यम से भी तीर्थ कराने की व्यवस्था है। पर्यटन विभाग के सहयोग से योजना का और विस्तार किया जाएगा। नए स्थल जोड़े जाएंगे।
सोशल मीडिया 'x' पर लिखा-
मुख्यमंत्री कहा, कि बाबा महाकाल की नगरी उज्जैनी से बाबा विश्वनाथ की नगरी वाराणसी का पुण्य अर्जित करने जा रहे तीर्थ यात्रियों को गंगा स्नान और भगवान विश्वनाथ के दर्शन के साथ संत रविदास और कबीर दास की जन्मस्थली के दर्शन का सौभाग्य भी प्राप्त होगा।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अयोध्या में भगवान श्रीराम के धाम को जो शोभा प्रदान की, उस पर हम सभी को गर्व है। प्रदेश में वर्ष 2018 से आरंभ हुई योजना का प्रतिवर्ष का बजट 50 करोड़ रुपये से अधिक है। इसमें हवाई यात्रा के माध्यम से भी तीर्थ कराने की व्यवस्था है। इस दौरान उन्होंने यात्रा पर जा रहीं कल्पना शर्मा, रज्जू किशोर, बाबूलाल शर्मा से वर्चुअल संवाद भी किया।
सीएम ने कहा कि, हमारी सनातन संस्कृति में तीर्थयात्रा का विशेष महत्व है, क्योंकि तीर्थ मोक्ष प्राप्ति का पावन मार्ग प्रशस्त करते हैं। बाबा महाकाल की नगरी उज्जैन से बाबा विश्वनाथ की नगरी वाराणसी और भगवान राम की जन्मस्थली अयोध्या के दर्शन हेतु प्रस्थान कर रहे सभी तीर्थयात्री बधाई के पात्र हैं। उन्हें गंगा स्नान, भगवान विश्वनाथ के दर्शन के साथ-साथ संत रविदास एवं कबीरदास जी की जन्मस्थली के दर्शन का भी अद्वितीय सौभाग्य प्राप्त होगा।
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उज्जैन रेलवे स्टेशन पर बैठे तीर्थ यात्रियों को भोपाल से वीडियो कॉन्फ़्रेंसिंग के माध्यम से शुभकामना देते CM डॉ. मोहन यादव |
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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अयोध्या में भगवान श्रीराम के धाम को जो शोभा प्रदान की, उस पर हम सभी को गर्व है। प्रदेश में वर्ष 2018 से आरंभ हुई योजना का प्रतिवर्ष का बजट 50 करोड़ रुपये से अधिक है। मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना में हवाई यात्रा के माध्यम से भी तीर्थ कराने की व्यवस्था है। पर्यटन विभाग के सहयोग से योजना का और विस्तार किया जाएगा। नए स्थल जोड़े जाएंगे।
उज्जैन से अयोध्या व वाराणसी जा रही मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन यात्रा को मुख्यमंत्री मोहन यादव ने आज (13 अगस्त) वर्चुअल झंडी दिखाकर प्रस्थान किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा- "सनातन संस्कृति में तीर्थ यात्रा का विशेष महत्व है। तीर्थ मोक्ष प्राप्ति का मार्ग प्रशस्त करते हैं। हमारे तीर्थ, धार्मिक आस्था के साथ देश को एक सूत्र में पिरोए रखने का माध्यम भी हैं।"
सोशल मीडिया 'x' पर लिखा-
आज भोपाल स्थित निवास से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग (वी.सी.) के माध्यम से 'तीर्थ दर्शन योजना' अंतर्गत उज्जैन-अयोध्या तीर्थदर्शन ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। तीर्थयात्रियों को शुभकामनाएं दीं। तीर्थयात्रियों को अयोध्या जी में श्रीराम मंदिर में दर्शन और पवित्र सरयू में डुबकी लगाने का पुण्य मिलेगा, वहीं काशी में गंगा स्नान और बाबा विश्वनाथ के दर्शन के साथ संत रविदास जी और कबीर दास जी की जन्मस्थली के दर्शन का भी सौभाग्य प्राप्त होगा। -@CMMadhyaPradesh (2:22 PM · Aug 13, 2025)
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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अयोध्या में भगवान श्रीराम के धाम को जो शोभा प्रदान की, उस पर हम सभी को गर्व है। प्रदेश में वर्ष 2018 से आरंभ हुई योजना का प्रतिवर्ष का बजट 50 करोड़ रुपये से अधिक है। इसमें हवाई यात्रा के माध्यम से भी तीर्थ कराने की व्यवस्था है। इस दौरान उन्होंने यात्रा पर जा रहीं कल्पना शर्मा, रज्जू किशोर, बाबूलाल शर्मा से वर्चुअल संवाद भी किया।
सीएम ने कहा कि, हमारी सनातन संस्कृति में तीर्थयात्रा का विशेष महत्व है, क्योंकि तीर्थ मोक्ष प्राप्ति का पावन मार्ग प्रशस्त करते हैं। बाबा महाकाल की नगरी उज्जैन से बाबा विश्वनाथ की नगरी वाराणसी और भगवान राम की जन्मस्थली अयोध्या के दर्शन हेतु प्रस्थान कर रहे सभी तीर्थयात्री बधाई के पात्र हैं। उन्हें गंगा स्नान, भगवान विश्वनाथ के दर्शन के साथ-साथ संत रविदास एवं कबीरदास जी की जन्मस्थली के दर्शन का भी अद्वितीय सौभाग्य प्राप्त होगा।
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