उत्तराखंड के CM त्रिवेंद्र सिंह रावत ने दिया त्यागपत्र, नए नेता का निर्णय कल


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उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने मंगलवार को राज्यपाल बेबी रानी मौर्य से मिलकर उन्हें अपना त्यागपत्र सौंप दिया। नेतृत्व परिवर्तन को लेकर दो दिनों से चल रही हलचल पर त्यागपत्र के बाद अब बुधवार को नए नेता के नाम पर निर्णय होने की संभावना है। आज रात तक केंद्रीय पर्यवेक्षक रमन सिंह और दुष्यंत गौतम के देहरादून पहुंचने की संभावना है। इसके बाद कल या गुरुवार को उत्तराखंड बीजेपी विधायक दल की बैठक में नए मुख्यमंत्री का निर्णय होगा।

रावत का त्यागपत्र स्वीकार करने के बाद राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने ट्वीट कर कहा- "उत्तराखंड के मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने राजभवन में भेंट कर मुख्यमंत्री पद से त्याग पत्र सौंपा। श्री रावत का इस्तीफा स्वीकार करते हुए उनसे राज्य में नए मुख्यमंत्री की नियुक्ति होने एवं पदभार ग्रहण करने तक कार्यवाहक मुख्यमंत्री बने रहने को कहा है।"

सूत्रों के अनुसार, केंद्रीय नेतृत्व ने त्रिवेंद्र सिंह रावत को मुख्यमंत्री पद से हटाने का निर्णय पर्यवेक्षकों की रिपोर्ट के आधार पर लिया गया। पर्यवेक्षकों ने कोर ग्रुप और प्रमुख विधायकों-सांसदों की राय के आधार पर केंद्रीय नेतृत्व को बताया, कि राज्य में अगले साल होने वाले चुनाव को लेकर स्थिति बहुत अच्छी नहीं है। इसके बाद से ही राज्य में नेतृत्व परिवर्तन की भूमिका तैयार हो गई। सोमवार देर शाम जब त्रिवेंद्र सिंह रावत ने दिल्ली में बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा से मिले, तब उन्हें इस बारे में सूचित कर दिया था। दिल्ली में केंद्रीय नेतृत्व से मुलाकात के बाद रावत मंगलवार दोपहर देहरादून पहुंचे। उन्होंने ऐसे समय पर त्यागपत्र दिया, जब कुछ दिन बाद ही उनके चार साल का कार्यकाल पूरा होने वाला था।

अगले मुख्यमंत्री के तौर पर तीन नाम सबसे आगे चल रहे हैं- राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी, नैनीताल से लोकसभा सांसद अजय भट्ट और कैबिनेट मंत्री धन सिंह रावत। इनमें से किसी को राज्य के अगले मुख्यमंत्री की जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है। वैसे सतपाल महाराज का नाम भी रेस मे सम्मिलित है। इसे लेकर वह बीते दिनों संघ के प्रमुख नेताओं से मिले थे\। उल्लेखनीय है, साल 2000 में राज्य गठन के बाद से कांग्रेस के नारायण दत्त तिवारी के अलावा कोई भी मुख्यमंत्री अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर पाया है।

सूत्रों की मानें तो पार्टी के विधायकों ने उत्तराखंड पहुंच पर्यवेक्षकों के सामने यह आशंका जताई थी, कि यदि त्रिवेंद्र सिंह रावत मुख्यमंत्री रहे तो पार्टी अगला चुनाव हार सकती है। दिल्ली से विशेषतौर से भेजे गए पर्यवेक्षक रमन सिंह की अध्यक्षता में हुई कोर कमेटी की बैठक के बाद सिंह ने अपनी रिपोर्ट पार्टी राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को सौंपी थी। सूत्रों के अनुसार, उत्तराखंड में असंतुष्ट नेताओं सहित बेलगाम होती ब्यूरोक्रेसी सहित मंत्रिमंडल विस्तार में देरी बातों का उल्लेख किया गया है। रिपोर्ट के आधार पर ही सीएम त्रिवेंद्र के भाग्य का फैसला हुआ है।
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Uttarakhand crisis : Rawat resigns, BJP may bring in 'CM-deputy CM' system  

Uttarakhand CM Trivendra Singh Rawat will meet the Governor today amid reports that he has been asked to resign as part of the BJP's course-correction ahead of polls next year. He had met with the BJP leadership yesterday in Delhi. Mr Rawat (60) may announce his resignation at a press conference before meeting with Governor Baby Rani Maurya.

As Uttarakhand CM Trivendra Singh Rawat resigned on Tuesday, putting an end to speculations of a change in the political leadership of the state, the BJP has already drafted its new blueprint in which there will be a deputy chief minister — a tested model of BJP governance. For the CM post, three names have emerged- Dhan Singh Rawat, the education minister of the state and Parliament members Ajay Bhatt and Anil Baluni.

The state will be going to the elections in 2022. With one year left in his term, what triggered this political crisis in the state, apart from a few MLAs' disapproval of Rawat's style of government is not clear. In 2017, the party came to power winning 57 out of 70 seats.

The crisis came to the fore when the central BJP leadership sent two observers, party vice president Raman Singh and general secretary Dushyant Kumar Gautam, to Uttarakhand to get feedback from the party's core group in the state amid reports of discontent against the chief minister.
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