चारधाम यात्रा में VIP दर्शन बंद, भारी भीड़ के कारण CM धामी का बड़ा निर्णय
VIP दर्शन पर रोक केदारनाथ सहित सभी चारों धाम पर होगा
- चारधाम यात्रा -2022 में 28 श्रद्धालुों की मृत्यु व बढ़ती भीड़ से फैली अव्यवस्था
- व्यवस्था को संभालने प्रधानमंत्री कार्यालय ने तैनात किए ITBP
- वीआईपी दर्शन के कारण लाइन में लगे लोगों को और करना पड़ता है प्रतीक्षा - व्यवस्था को संभालने प्रधानमंत्री कार्यालय ने तैनात किए ITBP
- यात्रियों की भीड़ और बीमारी के बीच मौसम बदलने से भी हुई समस्या
- #सोशल_मीडिया में प्रतिक्रिया... To be updated later
. धर्म नगरी / DN News
चार-धाम की यात्रा करने इस बार देश के कोने-कोने से श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। इससे भीड़ बढ़ गई और अव्यवस्था फैल गई। प्रशासन व्यवस्था को संभाल नहीं पा रहा है। इस बीच भू-स्खलन (लैंड स्लाइड) के कारण केदारनाथ-बद्रीनाथ मार्ग को बंद कर दिया गया। ऋषिकेश-गंगोत्री हाईवे की स्थिति खतरनाक हो गई बताई जाती है। वहीं, उत्तराखंड पुलिस ने गुरुवार (12 मई, दोपहर 12:15 बजे) ट्वीट कर बताया- "कुण्ड से ऊखीमठ को जोड़ने वाला मार्ग संसारी की पास टूट गया है, जिससे यातायात पूर्ण रूप से प्रतिबंधित हो गया। बद्रीनाथ धाम व चोपता तुंगनाथ की ओर जाना चाहते हैं, तो NH गुप्तकाशी-रुद्रप्रयाग-कर्णप्रयाग-चमोली मार्ग का प्रयोग करें।" दूसरी ओर रूद्रप्रयाग में गुरुवार (12 मई) को सड़क / पहाड़ी के टूटकर गिरने का वीडियो भी वायरल हो रहा है।
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देखें- (श्री केदारनाथ के पट (6 मई, 2022 को) खुलने का दृश्य)
बीते कुछ दिनों में 28 तीर्थयात्रियों की मृत्यु भी हुई। इन सभी परिस्थितियों, विशेषरूप से भारी भीड़ को देखते हुए सीएम पुष्कर सिंह धामी ने वीआईपी दर्शनों पर रोक लगा दी है। अब वीआईपी दर्शन की व्यवस्था नहीं होगी। सभी सामान्य रूप से लाइन में लगकर ही दर्शन कर सकेंगे। यह नियम केदारनाथ सहित सभी चारों धाम पर लागू होगा। वीआईपी दर्शनों के कारण लाइन में लगे लोगों को दर्शन हेतु और भी प्रतीक्षा करना पड़ता है। स्थिति को नियंत्रित करने प्रधानमंत्री कार्यालय के निर्देश पर आईटीबीपी की एक कम्पनी को केदारनाथ धाम और यात्रा मार्ग पर तैनात कर दिया है।
सुनें- CM धामी ने कहा...
#सुगम_सुरक्षित_चारधाम_यात्रा"हेतु हमारी सरकार ने VIP दर्शन/लाइन समाप्त करने का निर्णय लिया है। अब सभी श्रद्धालुओं हेतु एक समान व्यवस्था रहेगी। -@pushkardhami (CM Uttarakhand, 4:17 PM 13 May, 2022)
प्रधानमंत्री कार्यालय ने उत्तराखंड की चारधाम यात्रा व्यवस्थाओं को लेकर गम्भीरता बरतनी शुरू कर दी है। बीते कुछ दिनों पूर्व चारधाम यात्रा में फैली अव्यवस्थाओं की जानकारी मिलते ही प्रधानमंत्री कार्यालय ने गम्भीरता दिखाते हुए केदारनाथ धाम सहित सोनप्रयाग, उखीमठ तथा यात्रा मार्गों पर आईटीबीपी को व्यवस्था सम्भालने के लिए तैनात कर दिया। वर्तमान में प्रतिदिन लगभग 50 हजार से अधिक श्रद्धालु चार धामों में दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं।
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अब तक 28 श्रद्धालुओं की मृत्यु-
बीते 3 मई से शुरू हुई चार धाम यात्रा के दौरान अब तक लगभग 28 तीर्थयात्रियों की मौतें हो चुकी हैं, इस पर प्रधानमंत्री कार्यालय ने संज्ञान लिया है। मुख्य सचिव उत्तराखंड एसएस संधू ने कैबिनेट में हुई ब्रीफिंग के बाद चारधाम यात्रा व्यवस्थाओं पर जानकारी दी कि प्रसिद्ध चारधाम यात्रा में पहली बार आईटीबीपी के जवानों की कम्पनी को यात्रा व्यवस्थाओं को संभालने के लिए कमान सौंपी गई है। वही अगर जरूरत पड़ी तो सेना के जवानों को भी तैनात किया जा सकता है।
पहले 7 दिनों में गई 20 यात्रियों की जान-
चारधाम यात्रा आरंभ होने के साथ श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या ने प्रशासन के माथे पर चिंता की लकीरें खींच दी थी। पहले सात दिनों में 20 यात्रियों की जाने के बाद उत्तराखंड के स्वास्थ्य महानिदेशक डॉक्टर शैलजा भट्ट ने बीमार यात्रियों से अपील करते हुए स्थगित करने की अपील की।
अधिक ऊंचाइयों पर स्थित पहाड़ियों पर यात्रा करने से उन यात्रियों को समस्या हो रही है, जो पहले ही किसी शारीरिक स्वास्थ्य समस्या से जूझ रहे हैं। आरंभ के 6 दिन में 16 यात्रियों की मौत हुई, जबकि 9 मई को चार अन्य यात्रियों का निधन हृदय संबंधी समस्या के कारण हुआ। अब तक जितने श्रद्धालुओं की मौत हुई है, उनमें सबसे अधिक महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश (दोनों राज्यों से 5-5) के निवासी हैं।
केदारधाम में नहीं थम रहे श्रद्धालु-
उल्लेखनीय है, केदारनाथ धाम के पट खुलने (6 मई, प्रातः 6:15 बजे) के साथ श्रद्धालुओं की संख्या भी नहीं रुक रही। वहीं, सोमवार (9 मई) को इतनी भीड़ बढ़ गई, कि दोपहर 12 बजे के बाद पांच हजार श्रद्धालुओं को सोनप्रयाग में ही रोकना पड़ा। जबकि, लगभग 29 हजार श्रद्धालुओं को सोनप्रयाग से केदारनाथ के लिए रवाना किया गया। रोके गए श्रद्धालुओं ने बैरियर पर जमकर हंगामा काटा था। प्रशासन के हस्तक्षेप के बाद स्थिति नियंत्रित हुई। उसके पश्चात यमुनोत्री और केदारनाथ में यात्रियों की संख्या को नियंत्रित करने की तैयारी गई।
श्रद्धालुओं की भीड़ इतनी हो गई, कि पैर रखने को भी जगह भी नहीं बची। पहले चार दिनों में ही 80 हजार से अधिक श्रद्धालु केदारनाथ के दर्शन के लिए पहुंच गए। प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी खुद सुरक्षा और व्यवस्था में लगे रहे। सोनप्रयाग और गौरीकुंड में यात्रियों को रोकने के बाद उन्हें फिर धीरे-धीरे आगे के लिए जाने दिया जा रहा है। यात्रियों की भीड़ और बीमारी के बीच मौसम का बदलाव भी समस्या उतपन्न कर रहा है। चारधाम यात्रा शुरू होने के दिन से ही बारिश होने की वजह से ठंड बढ़ गई थी और तापमान लगातार शून्य से नीचे जा रहा है।
अनिवार्य किया जाएगा हेल्थ सर्टिफिकेट-
चार धाम यात्रा में मृत्यु की बढ़ती संख्या के बाद उत्तराखंड सरकार ने इस दिशा में प्रयास शुरू किए। स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत ने कहा, देश के विभिन्न क्षेत्रों और दूरदराज से आने वाले तीर्थयात्री मान लेते हैं, कि वे इस ट्रैक को भी आसानी से पार कर लेंगे। हालांकि, यहां तापमान, ऊंचाई और ऑक्सीजन के स्तर में अंतर है। उन्होंने कहा, कि हमारी सरकार ने पहले से ही तीर्थ-यात्रा के मार्ग में बेहतर स्वास्थ्य व्यवस्था सभी चारों धाम में यह व्यवस्था की गई है।
यात्रा पर निकलने से पहले रखें ध्यान-
चार-धाम यात्रा पर निकलने से पहले आपको अपने स्वास्थ्य के प्रति विशेष ध्यान रखना चाहिए। अत्यधिक ऊंचाई पर तीर्थस्थल होने के कारण "फिटनेस सर्टिफिकेट" प्राप्त करने के बाद ही यात्रा करें। बाबा केदारनाथ के लिए पैदल यात्रा शुरू करने से पहले गर्म कपड़े अवश्य पहनें। इसके साथ ही यात्रियों को अपने पास रेन कोट, छाता, टार्च भी साथ रखने का सुझाव है। श्रद्धालु पैदल मार्गों में किसी प्रकार की चिकित्सकीय आवश्यकता पड़ने पर मेडिकल रिलीफ पोस्ट पर संपर्क कर सकते हैं। स्वास्थ्य विभाग ने केदारनाथ यात्रा मार्ग पर जगह-जगह मेडिकल रिलीफ पोस्ट स्थापित किए हैं।
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#सुगम_सुरक्षित_चारधाम_यात्रा" हेतु हमारी सरकार ने VIP दर्शन/लाइन समाप्त करने का निर्णय लिया है। अब सभी श्रद्धालुओं हेतु एक समान व्यवस्था रहेगी। -@pushkardhami (CM Uttarakhand, PM 13 May, 2022)
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जिन लोगों को स्वास्थ्य संबंधी कोई परेशानी है उन श्रद्धालुओं से मेरा निवेदन है कि वे कुछ दिन बाद यात्रा करें। "यात्रा में श्रद्धालुओं को परेशानी ना हो इसके लिए शासन द्वारा कई स्तरों पर छूट भी दी गई है।
#CharDhamYatra से संबंधित व्यवस्थाओं को लेकर शासन स्तर पर पिछले 2 महीनों से बैठक एवं तैयारी चल रही है, इस बार की यात्रा हमारे लिए बहुत बड़ी चुनौती है क्योंकि इस बार रिकॉर्ड संख्या में श्रद्धालु आ रहे हैं। -@OfficeofDhami (मुख्यमंत्री कार्यालय 11:23 AM · May 13, 2022)
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मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने #CharDhamYatra के दृष्टिगत पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों को सुव्यवस्थित और नियमानुसार यात्रा संचालन के निर्देश दिए हैं। उन्होंने चारों धामों में VIP दर्शन की व्यवस्था को समाप्त करते हुए एक समान व्यवस्था लागू करने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री श्री धामी ने @uttarakhandcops के अधिकारियों को निर्देश दिए कि नियमों का कड़ाई से पालन करें और अतिरिक्त सावधानी बरतें। चार धाम यात्रा को लेकर सरकार लगातार मॉनिटरिंग कर रही है। -@DIPR_UK (Uttarakhand DIPR 5:46 PM · May 13, 2022)
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Successfully completed dharshan of Yamunotri, Gangotri, Kedharnath and Badrinath.
Excellent infrastructure is developing by Modi Ji.
#CharDhamYatra2022 -@AnilPeddineni
If you have any breathing related problem please consult doctor before starting yatra
#CharDhamYatra2022 -@sidbansalbjp (May 12)
#TrafficAdvisory
कुण्ड से ऊखीमठ को जोड़ने वाला मार्ग संसारी की पास टूट गया है। श्रद्धालुओं हेतु वैकल्पिक मार्गों पर यातायात व्यवस्था की गई है। कृपया निम्न एडवाइजरी का अनुपालन करें।
#UKPoliceHaiSaath #SurakshitChardham -@uttarakhandcops (May 12, 2:17 PM)
यात्रियों की आकस्मिक एवं दुर्भाग्यपूर्ण मृत्यु अस्पताल में नहीं हुई : DG स्वास्थ्य
महानिदेशक स्वास्थ्य डॉ. शैलजा भट्ट ने चारधाम यात्रा के दौरान स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर यात्रा मार्ग से सम्बन्धित जिलों के मुख्य चिकित्साधिकारियों के साथ स्वास्थ्य सेवाओं की समीक्षा की।
चारधाम यात्रा के आरम्भिक दिनों में हुई 23 यात्रियों की आकस्मिक एवं दुर्भाग्यपूर्ण मृत्यु के कारणों के बारे में जानकारी देते हुए महानिदेशक ने कहा कि इनमें से कोई भी मृत्यु अस्पताल में नहीं हुई है और मृत्यु से पूर्व कोई भी हताहत यात्री चिकित्सालय पर उपचार हेतु नहीं लाया गया।
महानिदेशक ने यह भी बताया की सचिव, चिकित्सा श्रीमती राधिका झा द्वारा भी यात्रा के दौरान स्वास्थ्य व्यवस्थाओं की समीक्षा की गयी जिसमें #SDRF की टीम को मेडिकल टीम के साथ समन्वय करने के निर्देश दिये गये ताकि आपातकालीन परिस्थितियों में यात्रियों को त्वरित सहायता प्रदान की जा सके।
उन्होंने बताया कि सभी मृत्यु के सम्भावित कारणों में आकस्मिक हृदयघात हाइपरटेंशन, पूर्व में कोविड तथा अन्य बीमारियों से ग्रसित होना पाया गया है। महानिदेशक ने सभी मुख्य चिकित्साधिकारियों को इस बावत विस्तृत रिपोर्ट भेजने के निर्देश दिए। - @DIPR_UK (जनसंपर्क कार्यालय, उत्तराखंड) -7:46 PM · May 11, 2022
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Devbhoomi, Land of Gods, #Uttarakhand prepares to welcome devotees from the world for the purest spiritual journey of #CharDhamYatra -@Jitulaljamnagar (May 9, 2022)
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